नई दिल्ली, 06 अप्रेल: बी जे पी की क़ौमी जनरल सेक्रेटरी वाणी त्रिपाठी को व्हॅली की सड़कों पर उस वक़्त तल्ख़ तजुर्बा हुआ जब एक छोटे से सड़क हादिसे के बाद नशे में धुत कुछ अफ़राद ने उन्हें ज़द्द-ओ-कूब किया। जुमेरात की शब जुनूबी दिल्ली के GK-2 में रात 9.15 बजे ये वाक़िया पेश आया। इस मौक़े पर वाणी त्रिपाठी ने वज़ाहत करते हुए कहा कि उन की कार को किसी दूसरी कार ने पीछे से धक्का दिया। पीछे वाली कार में बैठे हुए अफ़राद नशे में मालूम होते थे क्योंकि उन्होंने मेरे ड्राईवर को कार से बाहर खींच कर निकालने की कोशश की और वो मेरी कार के अंदर आना चाहते थे,लेकिन वहां मौजूद किसी ने भी उन की कोई मदद नहीं की।
दिल्ली की सड़कों पर हज़ारों कारें होती हैं। वाणी त्रिपाठी ने कहा कि अगर इन का ड्राईवर ना होता तो एक ख़ातून होने के नाते पता नहीं उन के साथ कैसा सुलूक किया जाता। वाणी त्रिपाठी ने अपने ट्वीटर पर इज़हारे ख़्याल करते हुए तहरीर किया है कि उन्होंने ख़ुद को अपनी कार के अंदर मुक़फ़्फ़ल करलिया इस के बावजूद भी वो शराबी लोग उन की कार के पास ही मंडलाते रहे जैसे मैंने कोई बहुत बड़ा जुर्म किया है। मुझे सब से ज़्यादा ताज्जुब उन की दिलेरी पर हुई।
सब से ज़्यादा ताज्जुब की बात तो ये है कि ये वाक़िया इस मुक़ाम से सिर्फ़ एक किलोमीटर के फ़ासले पर पेश आया जहां गुज़िश्ता साल 16 दिसम्बर को 23 साला लड़की की चलती बस में में इजतिमाई इस्मत रेज़ि की गई थी जिस ने ना सिर्फ़ मुल्क बल्कि पूरी दुनिया में उस की मज़म्मत की गई थी और ख़वातीन के तहफ़्फ़ुज़ के प्रोग्राम बनाए जाने लगे। वाणी त्रिपाठी ने कहा कि ख़वातीन के तहफ़्फ़ुज़ के सब दावे खोखले और बेकार हैं। उन्होंने कहा कि मुल्क में आम आदमी एक तरफ़ अब ख़ास भी महफ़ूज़ नहीं। ज़रूरत इस बात की है कि ज़बानी जमा ख़र्च से काम ना चलाए जाये।