बी जे पी के इंतेख़ाबी मंशूर में लफ़्ज़ पनाह गज़ीन का इस्तेमाल

नई दिल्ली

लफ़्ज़ पनाह गज़ीन का इस्तेमाल बी जे पी का तआक़ुब कर रहा है जबकि पार्टी ने दिल्ली असेम्बली इस बात केलिए जारी करदा मंशूर (वीज़न डॉक्यूमेंट) उस लफ़्ज़ के इस्तेमाल पर अफ़सोस का इज़हार किया है। गोहाटी में यूथ कांग्रेस कारकुनों ने सड़कों पर आकर एहतेजाज किया है जिस पर बी जे पी ने माज़रत ख़्वाही करते हुए कहा कि लफ़्ज़ पनाह गज़ीन सहवन शाय होगया।

पार्टी तर्जुमान एम जे अकबर ने ग़लती से ये लफ़्ज़ इंतेख़ाबी मंशूर में शामिल होगया है जिस पर हम माज़रत ख़ाहां हैं। दिल्ली में असेम्बली इंतेख़ाबात केलिए कल बी जे पी ने अपना मंशूर जारी किया है जिस में क़ौमी दार-उल-हकूमत में क़ियाम पज़ीर शुमाल मशरिक़ी रियासतों के बाशिंदों को पनाह गज़ीन क़रार दिया गया है जिस पर कांग्रेस ने शदीद तन्क़ीद की है।

बादअज़ां बी जे पी ने उसे तबाअत की अलती क़रार दिया है। मिस्टर एम जे अकबर ने कहा कि में ये मुकर्रर तैक़ुन देता हूँ कि दिल्ली में मुक़ीम शुमाल मशरिक़ी रियासतों के तमाम भाई और बहन इतने ही कीमती हैं जैसा कि बी जे पी केलिए दूसरे शहरी अहमियत रखते हैं। बी जे पी के इंतेख़ाबी मंशूर में लफ़्ज़ पनाह गज़ीन के इस्तेमाल के ख़िलाफ़ गोहाटी में ज़बरदस्त एहतेजाजी मुज़ाहिरे किए गए। ताहम अरूणाचल प्रदेश से वाबस्ता मर्कज़ी मुमलिकती वज़ीरे दाख़िला किरण रिजीजू ने कहा कि एक प्रिंटिंग की ग़लती है।