बी जे पी के शोबा ख़वातीन का एक एहतेजाजी जुलूस जिस ने रियासत में ख़वातीन पर मज़ालिम के बढ़ते हुए वाक़ियात के ख़िलाफ़ बतौर-ए-एहतेजाज चीफ़ मिनिस्टर के दफ़्तर का घेरा करने का फ़ैसला किया था।
चीफ़ मिनिस्टर के दफ़्तर वाक़्य लाल बहादुर शास्त्री भवन की सिम्त रियासती सदर लक्ष्मी कांत बाजपाई की ज़ेर-ए-क़ियादत जा रहा था लेकिन पुलिस ने उसे लाल बहादुर शास्त्री भवन तक पहुंचने से रोक दिया।
पुलिस और बी जे पी महेला मोरचा के कारकुनों में हाथापाई हुई जबकि जुलूस को ज़बरदस्ती चीफ़ मिनिस्टर के दफ़्तर तक ले जाने की कोशिश की गई।
बादअज़ां बी जे पी कारकुनों ने धरना दिया और इल्ज़ाम आइद किया कि पुलिस की ज़बरदस्ती की वजह से चंद कारकुन ज़ख़मी होगईं। बादअज़ां 12 रुकनी वफ़द ने प्रिंसिपल सेक्रेटरी बराए दाख़िला से मुलाक़ात करके बातचीत की।