बी जे पी से वफ़ादारी का सिला। भेड़ बकरियों का तोहफ़ा

श्रीनगर: साबिक़ चीफ़ मिनिस्टर जम्मू-कश्मीर मिस्टर उमर अबदुल्लाह ने साबिक़ अलाह‌दगी पसंद लीडर सज्जाद ग़नी लोन को तन्क़ीद का निशाना बनाया जोकि पीपल्ज़ डेमोक्रेटिक पार्टी। बी जे पी हुकूमत में वज़ीर बन गए हैं और ये इल्ज़ाम आइद किया कि साबिक़ वज़ीर-ए-आज़म अटल बिहारी वाजपाई के दौर से ही वो बी जे पी के क़रीब हैं।

एक मुक़ामी रोज़नामा को दिए गए इंटरव्यू में पीपल्ज़ कान्फ़्रेंस लीडर ने कश्मीर में आर एस एस की मौजूदगी की हिमायत की है। उमर अबदुल्लाह ने रियासती वज़ीर के क़लमदान साईंस‍-ओ‍-टेक्नालोजी और अफ़्ज़ाइश मवेशीयां पर भी एतराज़ किया। साबिक़ चीफ़ मिनिस्टर ने अपने टोइटर पर तनज़र करते हुए कहा कि सज्जाद को बी जे पी से वफ़ादारी का सिला ये मिला कि उन्हें चंद एक भेड़ बकरियां दे दी गईं।

सज्जाद ग़नी लोन ने भी साबिक़ चीफ़ मिनिस्टर को जैसे को तैसा जवाब देते हुए कहा कि मैं तो ये भूल ही गया था कि तुम्हारे वालिद ( फ़ारूक़ अबदुल्लाह ) यू पी ए हुकूमत में वज़ीर थे और मैं उन के ही नक़श-ए-क़दम पर गामज़न हूँ तो क़बाहत किया है। वाज़िह रहे कि गुज़िशता साल असेम्बली इंतेख़ाबात के मौक़े पर वज़ीर-ए-आज़म नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात के बाद सज्जाद ग़नी लोन और उमर अबदुल्लाह के दरमियान तंज़-ओ-तन्क़ीद का सिलसिला जारी है।

सज्जाद ग़नी लोन ने इंटरव्यू में कहा था कि कश्मीर में आर एस एस अरसा-ए-दराज़ से मौजूद है अगर अवाम पसंद करते हैं तो उन्हें यहां आने का हक़ है इस में क्या मसला है। सज्जाद ने ये एतराफ़ किया कि वो वाजपाई के दौर से ही बी जे पी को पसंद करते हैं और पार्टी ने मेरी सेक्योरिटी पर ख़ास तवज्जे दी थी और मैंने मुज़ाकरात के अमल में कलीदी रोल अदा किया है।