नई दिल्ली। दिल्ली के प्रगति मैदान में वर्ल्ड बुक फेयर की शुरुआत हो चुकी है जहां इस्लामिक इन्फॉरमेशन सेंटर ने भी दस्तक दे दी है. यह सेंटर इस्लाम से जुड़ी तमाम अहम किताबें और क़ुरआन मुफ़्त में बांटता है. पिछले 2 बुक फेयर से यह सेंटर यहां लगातार आ रहा है.
हॉल 12A में स्टाल 111-112 पर मौजूद इस्लामिक किताबों का ज़खीरा इसलिए जमा किया गया है ताकि इसे पढ़कर लोग इस्लाम से जुड़ी गलतफहमियां दूर कर पाएं. कुरआन शरीफ का हिंदी अनुवाद, पैगंबर की सीरत आसान जुबान में यहां मौजूद है. इस बुक स्टॉल के इंचार्ज नदीम खान कहते हैं, ‘हमारी कोशिश है किताबों के जरिये इस्लाम के बारे गलत अवधारणा को खत्म किया जाये।
पैगंबर की जिंदगी और उनकी संदेश गैर मुस्लिमों तक पहुंचाया जाये जिससे वो इस्लाम के बारे में जान पाएं. आमतौर पर जो प्रोपगंडा फैलाया जाता है मुस्लिम समाज के बारे में, हम चाहते हैं किताबों और लफ्जों की ताकत से इस प्रोपगंडा को तोड़ें।
नदीम खान कहते हैं ” इस्लाम के बारे में जो सेकंड हैंड और थर्ड हैंड जानकारी आपको मीडिया से मिली है वो मीडिया के उद्देश्य को पूरा करती है। बेहतर ये है कि आप क़ुरआन और रसूल सo की जीवनी और दूसरी किताबें खुद पढ़िए और इस्लाम को सही से जानिए और ग़लतफ़हमी को दूर करिये, वरना संदेह के माहौल में स्वस्थ समाज का निर्माण नही हो सकता।”
इस बार इस्लामिक सेंटर में मुस्लिम महिलाओं के हकों और मुकआम से जुड़े साहित्य का भी एक बैच अलग से है। जहां मुस्लिम महिलाएं गैर मुस्लिम से इस्लाम में महिलाओं के मुकआम पर जो गलतफहमियों की तह जम गई है उसकों दूर करने की कोशिश कर रही है।