पटना 8 जुलाई : तबी तालीम के मैदान में बिहार को एक और झटका लगा है। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) ने आइजीआइएमएस, पटना और रियासती मेडिकल कॉलेज अस्पताल, बेतिया के बाद अब प्रायवेट शोबे में चल रहे लॉर्ड बुद्धा कोसी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, सहरसा में भी दूसरे बैच में नामज़दगी पर रोक लगा दी है। वहां गुजिस्ता साल एमबीबीएस की 100 सीटों पर नामज़दगी की मंजूरी मिली थी।
एमसीआइ की जेनरल कोंसिल की जुमेरात को हुई बैठक में यह फैसला लिया गया। गुजिस्ता साल सरकारी शोबे में आइजीआइएमएस के दूसरे बैच में 100 और नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल को एमबीबीएस की 50 अजाफी सीटें मिली थीं। साथ ही प्रायवेट शोबे के सहरसा मेडिकल कॉलेज को भी एमबीबीएस की 100 सीटों पर नामज़दगी की मंजूरी मिली थी।
साल 2013-14 के सेशन के लिए अभी तक नये मेडिकल कॉलेज अस्पताल के तौर पर पावापुरी मेडिकल कॉलेज अस्पताल को 100 सीटों का रियासत के तालिबे इल्म को फायदा मिला है। वज़ीरे आला नीतीश कुमार ने बेतिया मेडिकल कॉलेज में नामज़दगी की इजाजत देने के लिए मर्क़जी सेहत वजीर गुलाम नबी आजाद को ख़त लिखा है।