बुलंदशहर हिंसा के 25 दिन बाद इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के हत्यारे की गिरफ्तारी हुई है. पुलिस ने सुबोध कुमार सिंह को गोली मारने वाले शख्स प्रशांत नट को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं, रिवॉल्वर चुराने वाले की भी पहचान हो गई है और उसकी तलाश जारी है. पुलिस के आला सूत्रों के मुताबिक़ जॉनी नाम के शख़्स ने इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की रिवॉल्वर चुराई थी, वहीं, प्रशांत नट ने उन्हें गोली मारी थी. पुलिस जॉनी की तलाश जारी है. वहीं, एफआईआर में जॉनी और प्रशांत नट दोनों के नाम नहीं है. पुलिस को हाथ लगे दो वीडियो में ये दोनों शख्स साथ दिख रहा है. पुलिस ने जॉनी और प्रशांत नट दोनों को सुबोध (Subodh Kumar Singh) की मौत में मुख्य आरोपी बनाया है. दोनों बुलंदशहर के रहने वाले हैं. बता दें कि प्रशांत नट के पकड़े जाने के बाद यूपी एसटीएफ़ जॉनी की तलाश कर रही है. वीडियो में प्रशांत नट घटना वाले दिन इंस्पेक्टर सुबोध कुमार से उलझता नजर आ रहा है.
वहीं, योगेश राज अब भी हिंसा भड़काने का मुख्य आरोपी है. 3 दिसंबर को गौकशी के बाद हुई हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह (Subodh Kumar Singh) की हत्या की गई थी. बता दें कि इससे पहले इंस्पेक्टर की हत्या के मामले में पुलिस को जीतू फौजी को गिरफ्तार किया था. आरोपी नंबर-11 जीतू उर्फ फौजी घटना के दिन पुलिस चौकी के सामने सक्रिय तौर पर मौजूद था.
बता दें कि बुलंदशहर हिंसा (Bulandshahr Violence) मामले में हालही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि इस मामले में सरकार ने जो कदम उठाए हैं, उसके लिए सराहना होनी चाहिए. इसके साथ ही सीएम योगी ने इस घटना को उनके सरकार के खिलाफ ‘राजनीतिक साजिश’ करार दिया था. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार इस साजिश को बेनकाब करने में कामयाब रही.
Bulandshehr Breaking:- @Uppolice arrested the accused PRASHANT NUTT who shot SHO Subodh Kumar dead , He can be seen in the video doing arguments with cops before the violence broke, He was not named in the FIR @ndtv @ndtvindia pic.twitter.com/hCs5lEIBTM
— Saurabh shukla (@Saurabh_Unmute) December 27, 2018
सीएम योगी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा था, ‘बुलंदशहर की घटना एक साजिश थी. साजिश का पर्दाफाश हो चुका है. यह साजिश वही लोग कर रहे हैं, जिन लोगों ने प्रदेश में जहरीली शराब बनाकर, यहां के लोगों को मारने का प्रयास किया था. यह राजनीतिक षड़यंत्र था और ये षड़यंत्र वही लोग करते हैं जो कायर हैं. जो आमने-सामने किसी चुनौती को लेने की स्थिति में नहीं हैं.’
वहीं, बुलंदशहर में गोकशी के मुद्दे पर भड़की हिंसा में शहीद इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के घरवालों का आरोप है कि इस घटना के सबूत मिटाए जा रहे हैं…NDTV से खास बातचीत में सुबोध कुमार की पत्नी और बेटे ने कहा कि क़ातिल खुलेआम घूम रहा है क्योंकि उसे राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ है.