बुलंदशहर हिंसा- नंबर वन आरोपी है बजरंग दल का योगेश, विहिप, शिवसेना, भाजयुमो कार्यकर्ता के नाम शामिल

बुलंदशहर हिंसा मामले में बजरंग दल के जिला अध्यक्ष का नाम सामने आया है. पुलिस ने अपने FIR में जिन 28 लोगों के नाम दर्ज किए हैं, उनमें बजरंग दल का जिला अध्यक्ष योगेश राज का नंबर सबसे ऊपर है. हालांकि पुलिस ने अपने एफआईआर में बजरंग दल का जिक्र नहीं किया है.

इस मामले में बजरंग दल के जिला अध्यक्ष योगेश राज के अलावा 27 दूसरे लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. इनमें से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 4 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिसमें योगेश राज भी शामिल है. पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है.

न्यूज 18 के मुताबिक इस मामले में बजरंग दल के जिला अध्यक्ष योगेश राज को पुलिस ने नंबर वन आरोपी बनाया है. उन पर दंगा भड़काने, हत्या और हत्या की कोशिश करने के कानूनी धाराओं में केस दर्ज हुआ है.

योगेश राज के अलावा इस मामले में बीजेपी यूथ विंग के सदस्य शिखर अग्रवाल का नाम भी एफआईआर में दर्ज है. इसके साथ ही विश्व हिंदू परिषद के सदस्य उपेन्द्र राघव का नाम भी पुलिस ने अपने एफआईआर में लिखा है.

मेरठ जोन के एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया है कि इस मामले में अभी और लोगों की गिरफ्तारी होगी, साथ ही मामले के सबूत इकट्ठे किए जा रहे हैं. मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की गई है, जो एक-एक बात की बारीकी से जांच कर रही है. एसआईटी इस बात का भी पता लगाएगी कि मृतक एसएचओ सुबोध कुमार सिंह के साथ जो पुलिस वाला था, वो उन्हें गोली लगने के बाद छोड़कर क्यों भाग गया.

न्यूज 18 से बात करते हुए पुलिस अधिकारी ने बताया है कि भीड़ में हिंसा करने वाले ज्यादातर लोग राइट विंग ग्रुप्स के थे. भीड़ में बजरंग दल, हिंदू युवा वाहिनी और शिवसेना से जुड़े लोग थे.

पुलिस को दिए बयान में योगेश राज ने बताया है कि उसने सोमवार सुबह को खेतों में गौकशी होते देखा था. योगेश ने बताया है कि सोमवार सुबह को जब वो सियाना गांव के आसपास के खेतों में घूम रहा था तो उसने अल्पसंख्यक समुदाय के 6 लोगों को देखा. वे लोग एक गाय का कत्ल कर रहे थे. योगेश ने बताया कि उसने उनलोगों को बुलाया लेकिन वे लोग भाग गए.

न्यूज 18 से योगेश राज ने बताया कि वो अपने कुछ दक्षिणपंथी साथियों के साथ मौके पर मौजूद था. लेकिन उसने हिंसा नहीं फैलाई. योगेश ने बताया कि चूंकी उसने सबसे पहले पुलिस को इन्फॉर्म किया था इसलिए वो मौके पर ही मौजूद रहा.