अफ़्ग़ानिस्तान में अमरीकी इमदाद(मदद) से चलने वाले फ़ौजी अस्पताल में संगीन बे क़ाईदगीयाँ सामने आई हैं,मरीज़ों को जंगी कैंप से भी ज़्यादा बुरे हालात में रखा गया देख भाल ना होने से मुतअद्दिद अफ़राद के ज़ख़म बिगड़ गए और कई बीमार जान से हाथ धो बैठे।
अमेरीकी कोंग्रेस की तहक़ीक़ाती रिपोर्ट के मुताबिक़ काबुल के दावद मिल्ट्री अस्पताल में मरीज़ों के ईलाज मे मुजरिमाना ग़फ़लत बरती गई,मरीज़ों को कई कई दिन फ़ाक़े कराए जाते थे कई मरीज़ नाकाफ़ी ग़िज़ा(कम खाने) की वजह से मौत के दहारे पर पहुंच गए।
ज़ख़मीयों की देख भाल ना होने की वजह से उन के ज़ख़म ख़राब होगए और मुतअद्दिद अफ़राद के आज़ा काटने पड़े।मरीज़ों के कई कई दिन तक ऑप्रेशन नहीं किए गए जब कि एक मरीज़ का बेहोश किए बगै़र ऑप्रेशन कर दिया गया।
रिपोर्ट के साथ जारी करदा तसावीर इतनी ख़ौफ़नाक हैं कि उन्हें टी वी पर पेश नहीं किया जा सकता।अफ़्ग़ानिस्तान में अमेरीकी फ़ौज के तीन कर्नलों ने मरीज़ों से नारवा(अंउचित) सुलूक की हलफ़िया शहादत दी है।