बूढ़ी गाय को बीजेपी के नेताओ के घरो के सामने बाँध दो और देखो की वे उनकी चिंता करते हैं : लालू प्रसाद

आरजेडी के मुख्या ‘लालू प्रसाद यादव’ ने पार्टी के कार्यकर्ताओ को कहा की वे बूढ़ी, दूध न देने वाली गायो को बीजेपी के नेताओ के घर के बहार बाँध दें। उन्होंने कहा की इससे उनका आरोप सिद्ध हो जायेगा की बीजेपी और आरएसएस यह सब गायो की सुरक्षा के लिए नहीं परन्तु वोटो  के लिए कर रहीं है।

” बीजेपी और आरएसएस से जुड़े लोग अल्पसंख्यकों को गौ रक्षा के नाम पर लक्षित कर रहे हैं । वो यह सब दूध के लिए नहीं, बल्कि वोटो के लिए कर रहे हैं .. आप बूढ़ी और दूध न देने वाली गाय ढूंढो और उनके घरो के बहार बाँध दो ताकि पता चले की वे गाय की कितना चिंता करते हैं”, ‘प्रसाद’ ने आरजेडी की राष्ट्रीय कार्यकारी बैठक में कहा।

” अगर बीजेपी के नेता आप पर लाठियों से मारे तब भी आप उसे बर्दाश करें । हमारे लिए यह करना ज़रूरी है, ताकि हम यह साबित कर सके की वे असलियत मे गायो के लिए चिंतित नहीं हैं “, उन्होंने कहा।

‘प्रसाद’ ने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा की प्रधानमंत्री ने 2014 लोक सभा चुनावो से पहले अपनी 56 – इंच के सीने की बात करी थी और खुद की पीठ सर्जिकल स्ट्राइक के बाद थपथपाई थी, अब उन्हें जवाब देना चाहिए की पाकिस्तानी सैनिक भारतीय सीमा मे कैसे घुस हरे और हमारे जवानो को कैसे मार रहे हैं ।

आरजेडी प्रमुख, जिन्होंने 1990 के मंडल आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसका उद्देश्य देश में सामाजिक न्याय सुनिश्चित करना था,उन्होंने कथित रूप से आरोप लगाया कि भाजपा अब “दलित प्रतीक ‘बीआर अम्बेडकर’ की मूर्तियों पर माला चढ़ा रहीं है परन्तु उस जाती के विकास के लिए कुछ नहीं कर रहीं “।

उन्होंने बीजेपी और आरएसएस पर आरोप लगाया की वे मिल कर कोशिश कर रहे हैं की वे सरकारी नौकरियों मे आरक्षण ख़तम कर दें और शंकराचार्यों की चार में से तीन सीटों में आरक्षण देने की मांग की। उन्होंने अपनी पार्टी के कार्तकर्ताओ से
कहा की सत्तारूढ़ एलायंस में तनाव पैदा करने वाली कोई भी टिप्पणी करने से वे बचे। उन्होंने कहा, “जिस शाखा पर आप बैठे हो उससे न काटो ।”

राष्ट्रीय कार्यकारी बैठक में सात प्रस्ताव पारित किए गए, जिनमें न्यायिक सेवाओं में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षण मांगना शामिल था। 2019 के आम चुनावों के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को तैयार करने के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के बाद आरजेडी राष्ट्रीय कार्यकारी आयोजित की जाएगी।