‘बृजेश यादव पर दर्ज मुकदमा तत्काल वापस ले सरकार’- रिहाई मंच

चौराहे पर सजा देने की बात तो मोदी ने की थी, बृजेश यादव तो सिर्फ उनकी भावनाओं का सम्मान करना चाहते थे

लखनऊ : रिहाई मंच ने बलिया के राजनीतिक कार्यकर्ता और इंडियन पीपुल्स सर्विस के छात्र नेता बृजेश यादव बागी के खिलाफ पुलिस द्वारा प्रधानमंत्री पर सोशल मीडिया पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में मुकदमा दर्ज करने को मोदी राज में चल रहे अघोषित आपातकाल और सपा-भाजपा गठजोड़ का ताजा उदाहरण बताया है। मंच ने तत्काल मुकदमा वापस लेने की मांग करते हुए कहा है कि मोदी को खुद सोचना चाहिए कि लोग उनसे क्यों नाराज हैं न कि विरोधियों पर फर्जी मुकदमे कायम कराकर लोकतंत्र का गला घोटना चाहिए। मंच ने बृजेश यादव बागी के भाई दुर्गेश यादव बागी पर 28 दिसम्बर को नगरा बाजार मंे भाजपा कार्यकर्ता द्वारा हमले की रिपोर्ट नहीं दर्ज करने पर कहा है कि सपा सरकार में थाने सामंती भाजपा नेताओं के इशारे पर चल रहे हैं। वहीं बृजेश यादव ने रिहाई मंच से सम्पर्क कर उनको भाजपा कार्यकर्ताओं  और पुलिस द्वारा लगातार दी जा रही धमकियों का आॅडियो रिकार्ड दिया है। जिसे मंच जल्दी ही सार्वजनिक कर इस मुद्दे पर डीजीपी से मुलाकात करेगा।

रिहाई मंच बलिया के महासचिव बलवंत यादव ने जारी बयान में कहा है कि बृजेश यादव ने सोशल मीडिया पर वही सवाल पूछे हैं जो पूरा देश मोदी से पूछ रहा है कि मोदी को चैराहे पर मारने में कितने दिन बचे हैं? ये सवाल बृजेश यादव या जनता खुद नहीं पूछ रही है बल्कि प्रधानमंत्री ने खुद जनता को उकसाते हुए कहा था कि अगर नोटबंदी के बाद 50 दिनों में ‘सपनों का भारत’ नहीं बन जाता है तो लोग उन्हें चैराहे पर खड़ा करके सजा दें। लोग तो सिर्फ मोदी से उनके कथन के मुताबिक ही उन्हें जूता मारने के लिए जगह और तारीख पूछ रहे हैं। ये तो खुद जनता द्वारा प्रधानमंत्री की बातों का सम्मान करना है। इसमें पुलिस को ऐसा क्या दिख रहा है कि उसने बृजेश यादव के खिलाफ 124 ए, 153 ए, 153 बी तथा सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 (आईटी एक्ट) के तहत मुकदमा दर्ज कर दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की बात पर अमल करना कैसे राजद्रोह कहा जा सकता है। बलवंत यादव ने कहा कि किसी भी अपराध में अपराध के लिए उकसाने वाले पर भी बराबर का आरोप बनता है। लिहाजा पुलिस को अगर कार्रवाई करनी ही है तो पहले मोदी पर लोगों को उन्हें चैराहे पर सजा देने के लिए उकसाने के आरोप में भी मुकदमा दर्ज करना चाहिए। बलवंत यादव ने बृजेश यादव बागी के भाई दुर्गेश यादव पर नगरा बाजार में भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा हमले की रिपोर्ट तत्काल दर्ज कराने की मांग करते हुए कहा कि सपा और भाजपा मिलकर सरकारों के खिलाफ आवाज उठाने वालों को प्रताणित कर रही हैं। जिससे इन दोनों दलों के खिलाफ जनाक्रोश बढ़ रहा है।

बलवंत यादव ने कहा कि बृजेश यादव अगर भाजपा नेताओं से भाजपा द्वारा खरीदी गई हजारों मोटर साइकिलों का हिसाब मांगते हैं या वो मोदी पर 2012 में पटना रैली में बम विस्फोट कराने, रोहित वेमुला की संस्थानिक हत्या से ध्यान हटाने के लिए पठानकोट आतंकी हमले की साजिश रचने या सैनिक की आत्महत्या से ध्यान हटाने के लिए नोटबंदी का नाटक करने का आरोप लगाते हैं तो इससे अखिलेश यादव के पेट में क्यों दर्द होता है।

बलिया रिहाई मंच के सचिव मंजूर आलम ने कहा कि बलिया के सहतवार थाना क्षेत्र के ग्राम डुमरिया निवासी गरजू चैधरी की बैंक की लाईन में हुई मौत के जिम्मेदार मोदी हैं। जिन्होंने पहले मुख्यमंत्री रहते हुए गुजरात में 2000 मुसलमानों की हत्या की और अब प्रधानमंत्री बनकर लोगों को लाईन में खड़ा करा कर जान ले रहे हैं। उन्होंने मृतक के परिजनों को तत्काल 20 लाख रूपए मुआवजा व आश्रित को सरकारी नौकरी देने की मांग की है।