बेक़सूर मुबय्यना मुस्लिम दहश्तगरदों को फ़िलफ़ौर रिहा करने जस्टिस राजिंदर सच्चर का हुकूमत से मुतालिबा

लखनऊ। 1एप्रैल‌ (सियासत न्यूज़)। सोशलिस्ट पार्टी आफ़ इंडिया और रिहाई मंच की जानिब से आज कौंसल हाऊस के सामने धरना के मुक़ाम पर बेक़सूर मुस्लिम दहश्तगरदों की रिहाई के मुतालिबा पर धरना दिया गया जिस में दिल्ली हाईकोर्ट के सबकदोश जज मिस्टर राजिंदर सच्चर ने बतौर ख़ास शिरकत की।

उन्होंने हुकूमत से मुतालिबा किया कि जिन बेक़सूर मुस्लिम नौजवानों को दहश्तगर्दी के इल्ज़ाम में गिरफ़्तार किया गया है, उन को फ़ौरी तौर पर रिहा करे, नीज़ हुकूमत इन पुलिस‌, ए टी इस जांच एजंसी के अहलकारों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई करे जिन्होंने बेक़सूर मुस्लिम नौजवानों को दहश्तगर्द बताकर जेलों में ठोंस रखा है।

उन्होंने कहा कि फ़िलवक़्त पूरे मुल्क में मुस्लमानों की समाजी, मआशी, तालीमी हालत अच्छी नहीं है। उनकी हालत तशवीशनाक होगई है। उनकी हालत को क़दरे बेहतर बनाने के लिए उनको फ़ौरी तौर पर रिज़र्वेशन देना चाहीए। याद रहे कि ख़ुद राजिंदर सच्चर पूरे मुल्क के मुस्लमानों की पसमांदगी के अस्बाब का भरपूर जायज़ा लेकर अपनी रिपोर्ट हकूमत-ए-हिन्द को पेश करचुके हैं।

ये बात दीगर है कि अभी तक सच्चर कमेटी की रिपोर्ट पर अमल दरआमद की कोई सबील दिखाई नहीं देती है।