नई दिल्ली 3 अप्रैल ( पी टी आई )दहश्तगर्दी के झूटे इल्ज़ाम में गिरफ़्तार बेक़सूर मुस्लमानों के साथ इंसाफ़ करने के मुतालिबात के पेशे नज़र मर्कज़ी हुकूमत ने आज कहा कि ऐसे नौजवानों को जो जेलों में क़ैद हैं रिहा करने की हर मुम्किन कोशिश की जाएगी ।
मर्कज़ी वज़ीर-ए-ममलकत बराए दाख़िला आर पी एन सिंह ने कहा कि हुकूमत जहां तक दहश्तगर्दी और दहश्तगरदों का ताल्लुक़ है भरपूर सख़्त अंदाज़ में कार्रवाई करेगी लेकिन इस बात की भी मुकम्मल कोशिश की जाएगी कि कोई बेक़सूर नौजवान गिरफ़्तार ना रखा जाये ।
वो मुस्लिम अरकान-ए-पार्लीमेंट और बिरादरी के क़ाइदीन की दहश्तगर्दी के मुल्ज़िम बेक़सूर मुस्लमानों के साथ इंसाफ़ करने के मुतालिबे पर रद्द-ए-अमल ज़ाहिर कररहे थे । इस वफ़द ने वज़ीर-ए-ममलकत पर वाज़िह कर दिया था कि हज़ारों बेक़सूर मुस्लमान हिन्दुस्तान गीर सतह पर बरसों से क़ैद में हैं उन्हें अज़ीयत रसानी ,तहक़ीर ,बेइज़्ज़ती ,सदमा और ना इंसाफ़ी निशाना बनाया जा रहा है हालाँकि उन पर आइद दहश्तगर्दी के इल्ज़ामात ग़लत हैं और गुज़िशता 10 बरस के दौरान मन घड़त सबूतों की बिना पर उन्हें क़ैद में रखा गया है ।
माले गावं बम धमाका 2006 मुक़द्दमे में गिरफ़्तार 9 मुस्लिम नौजवानों को 5 साल की क़ैद के बाद उनके ख़िलाफ़ कोई सबूत ना होने की बिना पर रिहा कर दिया गया ।इस वाक़िये के बाद मुस्लिम तबक़ा के क़ाइदीन और अरकान-ए-पार्लीमेंट ने मर्कज़ी वज़ीर-ए-ममलकत बराए दाख़िला से मुलाक़ात की थी ।