नई दिल्ली :जमीअत उलमा-ए-हिन्द के रहनुमा मौलाना महमूद मदनी ने, दहशतगर्द तंजीम इस्लामिक स्टेट की और से पेरिस पर किये गए हमले कि मजम्मत करते हुए मंगल के रोज़ कहा कि, मासूम लोगों के क़त्ल-ओ-ग़ारत को जिहाद के अम्ल में शुमार नहीं किया जा सकता है |
कांस्टीट्यूशन क्लब में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि, “एक बेगुनाह का क़त्ल सारी इंसानियत का क़त्ल है’’|
क़ुरान का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि, “इस्लाम में मासूम लोगों का क़त्ल को बिलकुल ग़लत बताया है’’ |
उन्होंने कहा, “इसमें कोई शक व शुबह कि गुंजाईश नहीं है’’ |
जमीअत उलमा-ए-हिन्द के रहनुमा ने कहा, IS दुनिया में नफ़रत और तशद्दुद फ़ैलाने के लिए क़ुरान का गलत इस्तेमाल कर रहा है |
उन्होंने कहा, “वे(IS) दावा करते हैं कि वो जिहाद के इस अम्ल से इस्लाम की हक़ीक़ी तस्वीर पेश कर रहे हैं | ये हमारे लिए बेहद अफ़सोस की बात है कि कुछ लोग, तशद्दुद के इस बेवकूफाना अम्ल को इस्लाम और मुसलमानों के साथ जोड़ कर देख रहे हैं’’ |
मदनी ने मजीद कहा कि, “जिहाद मआशरे में फैली हुई बुराईयों को ख़त्म करने का मस्बत अम्ल है मासूम लोगों के क़त्ल-ओ-ग़ारत को जिहाद के अम्ल में शुमार नहीं किया जा सकता है” |
उन्होंने कहा कि, दहशतगर्दी के ये हमले मुसलमानों के लिए बहुत नुकसान का सबब बन रहे हैं |
उन्होंने कहा, मुसलमानों के रहने के लिए दुनिया में कोई मुल्क भारत से बेहतर नहीं था |
मदनी ने कहा मैं “पूरी ज़िम्मेदारी के साथ के कह रहा हूँ मुसलमानों के रहने के लिए दुनिया में कोई मुल्क भारत से बेहतर नहीं है’’|
उन्होंने कहा ,उनकी तंजीम पूरे मुल्क में दहशतगर्दी के ख़िलाफ़ पुरअमन मुज़ाहिरा करेगी |
मदनी ने कहा “हम 18 नवम्बर से मुल्क के मुख्तलिफ़ शहरों में एहतेजाजी मार्च मुनअकिद करेंगे” |