बेगुनाहों की हत्या किये जाने के खिलाफ एकजुट हुए लोग, सपथ भी ली

रांची : हाल के दिनों में राज्य के विभिन्न इलाकों में अनियंत्रित भीड़ की ओर से बेगुनाहों की हत्या किये जाने के खिलाफ गुरुवार को साझा मंच की ओर से मार्च निकाला गया. मार्च की शुरुआत शहीद चौक से हुई, जो राजभवन के पास जनसभा में बदल गयी. राज्यपाल के नाम ज्ञापन भी सौंपा गया. मंच ने एसआइटी का गठन कर निर्धारित समय के अंदर अपराधियों को चिह्नित कर सजा देने और पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा की मांग की है.

#NOT_IN_MY_NAME के तहत झारखंड की राजधानी रांची में भी अमनपसंद-प्रतिष्ठित व्यक्तित्व द्वारा साझा मंच,झारखंड के तहत एतेहासिक,चर्चित, अनुशाषित कार्यक्रम में मांगों-नारों भरी तख़्तियों के साथ शांतिपूर्ण “सद्भावना-इंसाफ़ मार्च”….

 

मौजूदा हालात पर उम्दा नग़मों से राजभवन पर शुरुआत श्यामल मल्लिक नन्ही सुपुत्री द्वारा ” आए नाविक”,नन्ही तहरा द्वारा “तू ज़िंदा है, ज़िंदगी की गीत पर यक़ीन कर”,इप्टा पलामू टीम द्वारा “हक की लड़ाई है ये,हक की लड़ाई”,”मुसलमां और हिन्दू की जान कहाँ,कहाँ है मेरा हिंदुस्तान” झारखंड अवामी -लोकगीतकार- मधु मंसूरी द्वारा “झारखंड-झारखंड-झारखंड राज्य,मिट्टी अनमोल और निराला समाज” आदि ने खूबसूरत नग्मों के साथ समा बांधे रहा।

पद्मश्री सिमोन उराँव/रतन तिर्की द्वारा क़ौमी एग्जहती/कम्युनल हार्मोनी/साझी विरासत की बुलंद-मजबूत अलम्बरदारी की शपत भी दिलाई गई।

राजपाल के प्रधानसचिव से 06 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल 06 सूत्री मांगपत्र समेत शहर के कई लोग मिले जिसमें सिमोन उराँव,वैज्ञनिक डॉ सुशांत झा,अर्धशास्त्री ज्यां द्रेज,अंजुमन इस्लामिया सदर इबरार अहमद,हमशक्ल गांधी जी,अवामी नग़मेकार मधु मंसूरी,रंगकार दिनेश सिंह,पत्रकार हरिनारायण सिंह,आंदोलनकारी दयामनी बारला,जनजाति परामर्श समिति सदस्य(govt of jharkhand) रतन तिर्की,केंद्रीय सरना समिति रांची अध्यक्ष अजय तिर्की,सोशल एक्टिविस्ट गुरजीत सिंह,पी पी वर्मा,कुमार वरुण,मो मोईज़ भोलू,गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के प्रोफेसर हरबिंदर बीर सिंह,परमजीत सिंह टिंकू,मजदूरनेता सह केंद्रीय महावीर मंडल रांची के ललित ओझा,अंजुमन इस्लामिया महासचिव मोख्तार अहमद,मजदूरनेता शुवेंदु सेन,प्रकाश विप्लवी,भुनेश्वर केवट,समीर दास, बैंकनेता अभिजीत मल्लिक,सोशल एक्टिविस्ट धीरज कुमार,आकाश,अलोका कुजूर,सिराज दत्ता, रविन्द्र मुंडा,अफ़ज़ल अनीस,मो ज़ाहिद,तनवीर अहमद,मो नौशाद,हाज़ी नवाब,ख़ालिद सैफुल्लाह,शाहिद टूकलु,शहज़ाद बब्बू समेत छात्रनेता एस अली,अधिवक्ता हदीश अंसारी,अधिवक्ता असग़र,अधिवक्ता तनवीर,अधिवक्ता एम.ए.चौधरी…….पूर्व शिक्षामंत्री बंधु तिर्की, साहित्यकार महुवा मांझी,ख़ालिद ख़लील समेत हज़ारों लोग मौजूूूद थे