बेचारा दुल्हा शादी के दिन दुल्हन का घूंघट उतारने दरख़्त पर चढ़ गया

कभी कभी ऐसा भी होता है बेचारे दुल्हे को ऐन शादी के दिन दुल्हन का घूंघट उतारने दरख़्त पर चढ़ना पड़ गया हो ।यहां आपको हैरान होने की क़तई ज़रूरत नहीं क्योंकि ऐसा बिलकुल नहीं था कि दुल्हन दरख़्त पर बैठी हुई थी।

ये तो हवाओं की शरारत थी जिन्होंने ऐन शादी के रोज़ ऐसा रुख़ पकड़ा कि दुल्हन का नेट का घूंघट उड़ता हुआ दरख़्त की ऊंची शाख़ पर जा टिका।कई लम्हों तक बाराती और दुल्हा के साथी लकड़ी की मदद से घूंघट उतारने की कोशिशों में मसरूफ़ रहे लेकिन बलाआखिर ( अंतत:) दुल्हे को हार मानते ही बन पड़ी जिसने दरख़्त पर चढ़ कर अपनी होने वाली दुल्हन का घूंघट उतारा।