राजकोट: मुसलसल बेटी होने से परेशान एक मां ने अपनी दो बेटियों को एसिड पिला कर मार डाला और खुद भी जान दे दी. अमरेली जिले के छतरिया गांव में यह वाकिया हुआ. पुलिस पूछताछ में खातून के शौहर ने बताया कि उनकी शादी को 9 साल हो गए थे. दो बेटियों के बाद लाभूबेन बेटा चाहती थी, लेकिन तीसरी बार भी बेटी हुई. इसके बाद से वह और ज़्यादा डिप्रेशन में रहने लगी थी. तीन महीने पहले चौथी बेटी की पैदाईश के बाद से वह ज़हनी तौर पर कमजोर हो गई थी.
ज़ाय वाकिया से दूध की बॉटल मिली है, जिसमें एसिड भरा था. लाभूबेन ने दूध की बोतल में एसिड भरकर पहले दोनों बेटियों को पिलाया और इसके बाद खुद भी एसिड पी ली. दोनों बेटियों की फौर मौत हो गई, जबकि खातून को नाज़ुक हालत में अस्पताल में शरीक कराया गया लेकिन इलाज के दौरान खातून ने भी दम तोड़ दिया.
वह बुध के रोज़ ही तीन महीने मायके में रहकर लौटी थी. शाम को जब उसने सात साल और तीन माह की बेटियों को एसिड पिलाया उस वक्त उसका शौहर काम पर गया था. दिगर दो बेटियां दादा के साथ होने की वजह से बच गईं.
काबिल ए ज़िक्र है कि मुल्कभर में बेटों की चाहत में हर दिन 2000 बेटियां मारी जा रही हैं. या तो उन्हें पेट में ही मार दिया जाता है या फिर पैदा होने के कुछ महीनों के अंदर.
इन आंकड़ों का खुलासा खुद मेनका गांधी (Women and Child Development Minister) ने अप्रैल में किया था.