गाजियाबाद, 4 जून: गाजियाबाद में पीर के दिन मुनाकिद लैपटॉप तकसीम प्रोग्राम में मोहम्मद आजम खां (Urban Development and Parliamentary Affairs) ने स्टूडेंट्स से कहा कि ‘बेटियो चाहे कुछ भी बनना, मगर मायावती न बनना।’
उन्होंने कहा कि जिस पैसे से लैपटॉप तक्सीम किए जा रहे हैं, वह आवाम के खून पसीने की कमाई का पैसा है। यह खजाने का सही तरीके का इस्तेमाल करना है।
माया हुकूमत पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पिछली हुकूमत में सरकारी खजाना इस कदर लूटा गया कि पत्थर के हाथियों के भी पेट फट गए।
प्रोग्राम में शहरी तरक्कीयात के वज़ीर आजम खां ने मंच से वोट भी मांगा। आजम खां ने हालांकि मंच से लोकसभा इंतेखाबात में अपने हक में वोट मांगते हुए यह भी कहा कि गाजियाबाद-नोएडा बहुत बडे़ जिले हैं।
सरकारी खजाने की बड़ी रकम यहां सड़क, बिजली, पानी और दूसरे सहूलियातो में खर्च होती है, बावजूद इसके समाज वादी पार्टी को यहां की आवाम की हामियत जरा कम ही मिलती है।