बेटी की पैदाईश के 10 घंटे बाद ही वालिद ने झाडि़यों में फेंक दिया

बाढ़ : बाप ने बाढ़ डिविजनल अस्पताल में जन्म लेनेवाली अपनी छठी बेटी को गंगा नदी के किनारे फेंक दिया। बच्ची के रोने की आवाज पर नदी किनारे गये लोगों ने उसकी खोज खबर ली। बच्ची को घास में देख कर लोग दंग रह गये। इस मामले की इत्तिला मिलते ही बाढ़ पुलिस ने मौके पर पहुंच बच्ची को अपनी सिक्यूरिटी में ले लिया। छानबीन के दौरान पुलिस ने बच्ची के वालिद का पता लगा लिया और इलाज के लिए बाढ़ डिविजनल अस्पताल में एडमिट कराया है।

जानकारी के मुताबिक बाढ़ के बुढ़नीचक मिल्लकी गांव के रहने वाले ठेला चालक प्रमोद यादव ने अपनी बीवी लाक्षो देवी को अस्पताल में एडमिट कराया। जहां उसने रात 11 बज कर 10 मिनट पर अपनी छठी बेटी को जन्म दिया। बच्ची के होंठ कटे हुए हैं, जिसे देखते ही उसकी इलाज में होनेवाले खर्च नहीं उठा पाने की वजह से लाक्षो मायूस हो गयी। अस्पताल मैनेजमेंट की तरफ से मां और बच्ची की तसवीर खींची गयी। बुध की सुबह लाक्षो देवी को अस्पताल से डिसचार्ज कर दिया गया। इसके बाद उसके शौहर प्रमोद यादव ने बच्ची को अपनाने से इनकार कर दिया। इसके बाद प्रमोद ने मासूम बच्ची को कपड़े में लपेट कर गंगा नदी के किनारे फेंक दिया। इसमें लाक्षों की भी मंजूरी शामिल थी।