बेटी के ज़रीये बाप तक मुसलमानों के जज़बात-ओ-एहसासात पहुंचाएं: आमिर अली ख़ां

हैदराबाद 08 नवंबर:न्यूज़ एडीटर रोज़नामा सियासत आमिर अली ख़ान ने 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात के लिए मुसलमानों में शऊर बेदारी पैदा होजाने का दावा करते हुए कहा कि अवाम का मुसबित रद्द-ए-अमल उस का सबूत है। हुकूमत बग़ैर किसी ताख़ीर के फ़ौरी बी सी कमीशन तशकील दे।

जमाती वाबस्तगी से बाला-ए-तर हो कर तमाम मुस्लमान अपने इत्तेहाद का मुज़ाहरा करें।इन ख़्यालात का इज़हार 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात के रूह-ए-रवाँ आमिर अली ख़ां न्यूज़ एडीटर रोज़नामा सियासत ने किया। निज़ामबाद में 12 फ़ीसद मुस्लिम तहफ़्फुज़ात के ज़िमन में मुनाक़िदा जल्सा-ए-आम से मुख़ातिब थे।

इस मौके पर फ़्लोर लीडर कांग्रेस मुंसिपल कारपोरेशन निज़ामबाद एम-ए क़ुद्दूस, सदर सीनीयर सिटीज़नस वेलफेयर सोसाइटी एम-ए शकूर, अहमद अबदुलहलीम नायब सदर रियासती एम पी जे, सय्यद नजीब अली एडवोकेट,अल्मास ख़ान सदर मुस्लिम मुत्तहिदा महाज़ निज़ामबाद, सदर ज़िला अक़लियती डिपार्टमेंट कांग्रेस समीर अहमद , सदर ज़िला वक़्फ़ कमेटी जाविद अकरम, कांग्रेस क़ाइद शहबाज़ अली (बबलू ख़ान ) के अलावा दूसरे मौजूद थे।

रियासत में सिवाए चीफ़ मिनिस्टर दोनों डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर्स, तमाम वुज़रा और अरकाने असेंबली, अरकान-ए-पार्लियामेंट को 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात फ़राहम करने के लिए तहरीरी नुमाइंदगीयाँ पेश की जा रही है। मुस्लमानों में अपने हुक़ूक़ के लिए लड़ने का शऊर बेदार हो गया है।

आमिर अली ख़ान ने कहा कि अगर हक़ मांगने से हासिल ना होने की सूरत में छीनने के लिए भी तैयार रहना पड़ेगा। अगर तालीम और मुलाजिमतों में मुसलमानों को 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात हासिल होते हैं तो सिर्फ ढाई लाख रुपये में 280 मुस्लिम तलबा को एमबी बी एस कोर्स में दाख़िला मिल सकता है।

रोज़गार में तहफ़्फुज़ात फ़राहम करने से तक़रीबन 15 हज़ार सरकारी मुलाज़िमतें मुसलमानों को हासिल हो सकती हैं। रियासत में मुसलमानों का तालीमी मयार तनासिब से इज़ाफ़ा हुआ है मगर सरकारी मुलाज़िमतों में तवक़्क़ो के मुताबिक़ नुमाइंदगीयाँ नहीं मिल रही हैं।

टी आर एस ने अपने चुनाव मंशूर में मुसलमानों को 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात फ़राहम करने का वादा किया है। 16 माह बाद भी चीफ़ मिनिस्टर अपने वादे को अमली जामा नहीं पहनाए। अगर हुकूमत मुसलमानों को 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात फ़राहम करने के लिए संजीदा है तो वो सबसे पहले बी सी कमीशन तशकील दे ताके पसमांदगी का जायज़ा लेते हुए मुसलमानों को 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात फ़राहम करसके।

उन्होंने कहा कि तेलंगाना में मुसलमानों की आबादी 45 लाख है। 12 फ़ीसद मुस्लिम तहफ़्फुज़ात से अगर मुसलमानों को मुलाजिमतें फ़राहम होतो रास्त या बिलवासता इस से देढ़ लाख मुसलमानों को फ़ायदा होगा। सियासत की तरफ से दी गई पुलिस ट्रेनिंग से महिकमा पुलिस में 940 मुस्लिम नौजवानों को मुलाजिमत हासिल हुई है।

वो उल्मा मशाइख़ीन और अइम्मा मोज़नीन से अपील करते हैंके वो जुमा के ख़ुतबा में 12 फ़ीसद मुस्लिम तहफ़्फुज़ात के मुआमले में मुसलमानों में शऊर बेदार करें।

साथ ही मुस्लमान अपनी सफ़ों में इत्तेहाद पैदा करें और अपने हुक़ूक़ को मनवाने के लिए जमहूरी अंदाज़ में एहतेजाज करते हुए हुकूमत पर दबाव बनाए। हलक़ा लोक सभा निज़ामबाद की नुमाइंदगी करने वाली टी आर एस की रुकने पार्लियामेंट के कवीता को ज़्यादा से ज़्यादा नुमाइंदगी करें।

बेटी के ज़रीये बाप ( चीफ़ मिनिस्टर) तक मुसलमानों के जज़बात-ओ-एहसासात को पहुँचाएं। सदर ज़िला निज़ामबाद जमिअतुल उलमा (अरशद मदनी ग्रुप) हाफ़िज़ मुहम्मद लईक ख़ान ने रोज़नामा सियासत की तरफ से चलाई जाने वाली मुस्लिम तहफ़्फुज़ात तहरीक का ख़ैर-मक़्दम करते हुए कहा कि तहरीक को मज़ीद मुस्तहकम करने के लिए हैदराबाद में एक मुशावरती मीटिंग तलब किया जाये।

तमाम अहम शख़्सियतों पर मुश्तमिल एक कमेटी तशकील दी जाये शहर के अलावा तमाम अज़ला से कमेटी में क़ाइदीन को शामिल करते हुए शहर और अज़ला में बड़े बड़े जल्सा-ए-आम मुनाक़िद किया जाये।

सदर ज़िला निज़ामबाद वक़्फ़ कमेटी जाविद अकरम ने रोज़नामा सियासत की सहाफ़ती और फ़लाही ख़िदमात को नाक़ाबिले फ़रामोश क़रार दिया।

12 फ़ीसद मुस्लिम तहफ़्फुज़ात की तहरीक को कामयाब बनाने के लिए मुकम्मिल तआवुन करने का एलान करते हुए कहा कि मुस्लिम जमात को मुस्लमानों के मुफ़ादात का तहफ़्फ़ुज़ करते हुए 12 फ़ीसद मुस्लिम तहफ़्फुज़ात के लिए हुकूमत पर दबाव बनाने के बजाये मुस्लिम जमात 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात को अमली जामा पहनाने में रुकावट बन रही है जिसकी वो सख़्त मज़म्मत करते हैं।

उन्होंने कहा कि रोज़नामा सियासत की शुरू करदा मुहिम अवामी तहरीक में तबदील हो गई है और हुकूमत इस से बख़ूबी वाक़िफ़ है। उन्होंने तमाम मुस्लिम सियासी जमातों तन्ज़ीमों और इदारों को जमाती वाबस्तगी से बालातर हो कर मुस्लिम तहफ़्फुज़ात तहरीक का हिस्सा बन जाने का हिदायत दी।