बेटी को कॉलेज छोड़ने वाल्दा जा रही

रांची 22 अप्रैल : दारुल हुकूमत में लड़कियों के साथ हो रही छेड़खानी के वाकियात को रोकने के लिए बनी शक्ति मोबाइल पेट्रोलिंग नाकाम साबित हो रही है। लड़कियों का कहना है कि जब वे छेड़खानी की इत्तेला पुलिस को देती हैं, तब पुलिस काफी देर बाद पहुंचती है। तब तक छेड़छाड़ करनेवाले नौजवान भाग चुके होते हैं। कभी-कभार जब पुलिस वक़्त पर पहुंचती है, तो सिर्फ नौजवानों के ग्रुप को खदेड़ कर छोड़ देती है। आज हालत है कि कई लड़कियों की वाल्दा अपनी बेटी को छेड़खानी से बचाने के लिए घर का काम- काज छोड़ उन्हें स्कूल-कॉलेज पहुंचाने आ रही हैं।

हाल में रातू रोड में एक वाल्दा ने अपनी बेटी के साथ छेड़छाड़ करनेवाले एक नौजवान की सरेआम धुनाई भी की थी।

वहीं, जो लड़कियां लॉज या हॉस्टल में रहती हैं, उनकी मदद के लिए कोई नहीं आ रहा।सड़क चलती इन लड़कियों के लिए लड़कों का भद्दा कमेंट सुनना मजबूरी है। कुछ लड़कियों का कहना है कि जब वे पुलिस के पास शिकायत लेकर जाती हैं, तो पुलिस रिपोर्ट लिखने के बजाए उन्हें समझाने लग जाती है।

केस – 1
और मनचले पर तल्बा की वाल्दा ने बरसाये दनादन थप्पड़

रातू रोड कब्रिस्तान के क़रीब रोजाना एक लड़की के साथ एक नौजवान छेड़खानी करता था। इसकी इत्तेला लड़की ने पुलिस को दी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। लड़की ने इसकी इत्तेला अपनी वल्द को दी। तब छेड़खानी करनेवाले से निबटने के लिए लड़की की वाल्दा उसके पीछे-पीछे चलने लगी। लड़की जैसे ही 10 अप्रैल को कब्रिस्तान के नज़दीक पहुंची, वह लड़का उसे छेड़छाड़ करने लगा। तब लड़की की मां ने लड़के को जम कर धुनाई कर दी। समय पर पुलिस के नहीं पहुंचने पर नौजवान बाद में भाग निकला।

केस 2
रिपोर्ट दर्ज करने के बदले थाना के मुंशी देने लगे नसीहत

वर्धमान कंपाउंड में रहनेवाली एक तल्बा तब्बस्सुम (नाम बदल दिया गया है) कुछ दिन पहले लालपुर थाना में छेड़खानी की शिकायत लेकर पहुंची। उसकी शिकायत सुनने के बाद थाना का मुंशी उसे समझाने लगे। मजबूरी में तल्बा मायूस होकर घर लौट आयी। अब उसे समझ नहीं आ रहा है कि वह आखिर किसके पास अपनी शिकायत करे। ऐसी सूरत में मनचले की हिम्मत दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। यही नहीं, दारुल हुकूमत में कई ऐसी जगह है, जहां मनचलों का अड्डा है। बगल की दुकान में चाय-सिगरेट पीने के बहाने ये अक्सर राह चलती लड़कियों के साथ छेड़छाड़ करते हैं।