पुलिस के मुबय्यना फ़र्ज़ी एनकाउंटर में हलाक होने वाले नौजवान विक़ार अहमद के वालिद मुहम्मद अहमद ने हुकूमत से ये मुतालिबा किया कि वो उनके बेटे को फ़र्ज़ी एनकाउंटर में हलाक किए जाने के वाक़िये की सी बी आई तहक़ीक़ात कराई जाये और उन्होंने अपने बेटे की लाश हासिल करने से इनकार कर दिया।
बताया कि ख़ाती पुलिस पार्टी के ख़िलाफ़ भी क़त्ल का मुक़द्दमा दर्ज किया जाये क्युंकि जिस अंदाज़ में उनके बेटे और दुसरे नौजवानों का एनकाउंटर के नाम पर क़त्ल किया गया है इस से ये साफ़ ज़ाहिर होता हैके पुलिस ने मंसूबा बंद साज़िश के तौर पर ये कार्रवाई अंजाम दी है।
अहमद ने मीडीया से बातचीत करते हुए बताया कि विक़ार अहमद ने कई मर्तबा अदालत को पुलिस की तरफ से जान को ख़तरा लाहक़ होने का शुबा ज़ाहिर किया था। उन्होंने बताया कि ये एनकाउंटर तेलंगाना पुलिस का ज़ुलम है और पुलिस की इस हरकत से तेलंगाना हुकूमत का मुसलमानों के साथ इंसाफ़ करने का दावा झूटा साबित होता है।
उन्होंने बताया कि विक़ार अहमद ने कभी भी पुलिस तहवील से फ़रार होने की कोशिश नहीं की थी और वो अदालत में ज़ेर इलतिवा मुक़द्दमात से बरात की उम्मीद रखता था।
विक़ार के वकील एम ए अज़ीम ने भी पुलिस की इस कार्रवाई को गै़रक़ानूनी क़रार दिया और कहा कि केस में मुलव्वस मुल्ज़िमीन को एनकाउंटर के नाम पर हलाक करदेना ख़िलाफ़-ए-क़ानून है।उन्होंने इस सिलसिले में तफ़सीली तहक़ीक़ात का मुतालिबा किया।