बेलजीयम की अदालत में नामोस के लिए क़तल का मुक़द्दमा

बरसल्ज़ 27 नवंबर (यू एन आई) यहां बेलजीयम की एक अदालत में नामोस के लिए क़तल के एक मुक़द्दमा की कार्रवाई उस वक़्त ड्रामाई रुख इख़तियार करगई जब केस के मर्कज़ी मुल्ज़िम और मक़्तूला के भाई मुदस्सर शेख़ ने ये कहते हुए इक़बाल-ए-जुर्म किया कि इस ने ना सिर्फ अपनी 20 साला बहन सादिया शेख़ को क़तल किया था बल्कि इस से क़बल दूसरी बहब सारिया शेख़ को भी क़तल करने की कोशिश की थी।

पाकिस्तानी नज़ाद ख़ानदान से ताल्लुक़ रखने वाले 27 साला मुदस्सर शेख़, उस की बहन और वालदैन को इन इल्ज़ामात का सामना है कि इन लोगों ने 22 अक्टूबर 2007-ए-को सादिया शेख़ को नामूस के लिए क़तल करदिया था। क़ानून की तालिबा सादिया अपने घर वालों की मर्ज़ी से पाकिस्तान में मुक़ीम अपने इस कज़न से शादी नहीं करना चाहती थी, जिसे इस ने कभी देखा तक नहीं था।

इस मुक़द्दमे की कार्रवाई पीर को इस वक़्त ड्रामाई रुख इख़तियार करगई, जब इस केस के मर्कज़ी मुल्ज़िम और मक़्तूला के भाई मुदस्सर शेख़ ने अपने वकील को हैरान करते हुए एतराफ़ करलिया कि इस ने ना सिर्फ अपनी 20 साला बहन सादिया शेख़ को क़तल किया था बल्कि इस से क़बल दूसरी बहन सारिया शेख़ को भी क़तल करने की कोशिश की थी।मुक़द्दमा की समाअत के दौरान मुदस्सर ने बहरहाल ये एतराफ़ भी करलिया कि इस ने अपनी छोटी बहन सारिया पर भी गोली चलाई थी, जिस में वो ज़ख़मी होगई थी।

ये मुक़द्दमा तीनता चार हफ़्ते तक जारी रहेगा। अगर मुदस्सर और इस के ख़ानदान पर इल्ज़ामात साबित होगए तो इहीं उम्र क़ैद की सज़ा सुनाई जा सकती है। बताया जाता है कि ख़ानगी तशद्दुद से तंग आकर सादिया अपने एक बेल्जियाई ब्वॉय फ्रैंड के साथ रहने लगी थी। सादिया ने कुछ वक़्त ख़ानगी तशद्दुद का शिकार होने वालों के एक सैंटर में भी गुज़ारा था।