बे अमली बेक़सूर अम्वात का सबब लोक सभा में तेलंगाना का प्ले कार्ड

पार्लीमेंट को आज मुल्तवी करना पड़ा जबकि मुख़्तलिफ़ पार्टीयों से ताल्लुक़ रखने वाले अरकान ने अलहदा मसाइल जैसे तेलंगाना रियासत, सीतो समुद्रम प्रोजेक्ट, कावेरी आबी तनाज़ा और कर्नाटक में ख़ुशकसाली जैसी सूरत-ए-हाल पर हंगामा मचाया। जैसे ही लोक सभा और राज्य सभा की आज की कार्रवाई शुरू हुई, कांग्रेस, बी जे पी, टी आर एस, टी डी पी और शिवसेना अरकान ने इन मसाएल को पुरज़ोर अंदाज़ में उठाया।

लोक सभा को दोपहर तक मुल्तवी किया गया और राज्य सभा को 15 मिनट और फिर दोपहर तक मुल्तवी करना पड़ा। लोक सभा में एक ताज़ियती हवाला के फ़ौरी बाद मुख़्तलिफ़ पार्टीयों के अरकान अपने मुतालिबात पर ज़ोर देने के लिए ऐवान के वस्त में पहुंच गए।

आंधरा प्रदेश से टी आर एस और बाअज़ कांग्रेस अरकान ने प्ले कार्ड्स दिखाए और तेलंगाना रियासत की तशकील का मुतालिबा करते हुए नारे लगाए। इन प्ले कार्ड्स पर तहरीर था, अदम फ़ैसला बेक़सूर अम्वात का सबब बन रहा है और तेलंगाना बिल पेश करो, जय तेलंगाना। अलहदा तेलंगाना के मसला पर पार्टी वाबस्तगी से क़ता नज़र गुज़श्ता तीन यौम से पार्लियामेंट में एहतिजाज हो रहा है और हुकूमत सरकारी काम काज की अंजाम दही से ज़्यादा तर क़ासिर रही है ।

बाअज़ अरकान ने सीतो समुद्रम मसला भी उठाया और इस प्रोजेक्ट पर अमल आवरी का मुतालिबा किया। कर्नाटक के बी जे पी अरकान ने प्ले कार्ड्स दिखाते हुए कावेरी दरिया के आबी तनाज़ा में कर्नाटक से इंसाफ़ का मुतालिबा किया। पार्टी इस रियासत में ख़ुश्कसाली जैसे हालात के लिए रीलीफ़ पैकेज के लिए ज़ोर दे रही है।

बी जे पी ने इस मसला पर वक़्फ़ा-ए-सवालात की मुअत्तली के लिए नोटिस दी थी। क़ब्लअज़ीं इन एम पीज ने पार्लीमेंट हाउस के बाहर मुजस्समा महात्मा गांधी के रू बरू एहतिजाज मुनज़्ज़म किया। शिवसेना अरकान ने महाराष्ट्रा के बाअज़ बी जे पी एम पीज के साथ मुतालिबा किया कि विदर्भ के लिए 2,606 करोड़ रुपये पैकेज पर अमल आवरी की जाए।

इसी तरह के मुनाज़िर राज्य सभा में देखे गए जिसे वकफ़ा-ए-सवालात के दौरान दो मर्तबा मुल्तवी किया गया। सीतो समुद्रम प्रोजेक्ट पर जब डी एम के अरकान ने बैनर्स लहराए और एम वेंकया नायडू (बी जे पी) ने भी इज़हार-ए-ख़्याल किया, चेयरमैन हामिद अंसारी ने अरकान से ख़ाहिश की कि बैनर ना लहराएं और अपनी नशिस्तें सँभाल लें ताकि वकफ़ा-ए-सवालात से निमटा जा सके।

जब जी सुधा रानी (तेलगुदेशम) ने तेलंगाना की ताईद में बैनर के साथ ऐवान के वस्त की सिम्त बढ़ना शुरू किया तो मिस्टर अंसारी ने ऐवान को 15 मिनट के लिए मुल्तवी कर दिया। जब कार्रवाई का अहया हुआ तो इसी तरह के मुनाज़िर देखने में आए और कुर्सी-ए-सदारत ने ऐवान को दोपहर तक मुल्तवी कर दिया। जब लोक सभा में दोपहर को दुबारा इजतिमा हुआ तो कांग्रेस, टी आर एस और टी डी पी के अरकान तेलंगाना मसला पर वस्त में पहुंच गए।

डी एम के, ऑल इंडिया अना डी एम के और दीगर अराकीन ने भी मुख़्तलिफ़ मसलों पर ज़ोर दिया। इस शोर-ओ-गुल के दरमयान स्पीकर मीरा कुमार ने सरकारी काम काज आगे बढ़ाने की कोशिश की लेकिन हड़बोंग जारी रही, जिस पर स्पीकर ने ऐवान की कार्रवाई 2 बजे तक मुल्तवी कर दी।

राज्य सभा में दिन की कार्रवाई का आग़ाज़ होते ही डी एम के अरकान खड़े हो गए और नैनर्स लहराए जिन पर तहरीर था : सीतो समुद्रम प्रोजेक्ट पर अमल आवरी करो एम वेंकय्या नायडू (बी जे पी) ने कहा कि सीतो समुद्रम को क़ौमी विरसा क़रार देना चाहिये । गुज़श्ता साल इस मसला पर बी जे पी को यू पी ए हुकूमत के मौक़िफ़ पर सख़्त एतराज़ था लेकिन अब ऐसा लगता है कि असल अपोज़ीशन पार्टी का मौक़िफ़ सयासी मस्लिहत से मुतास्सिर हो चुका है ।

इस मसला पर लोक सभा में भी ऑल इंडिया अना डी एम के अरकान ने ऐवान के वस्त में पहूंच कर मुतालिबा किया कि सीतो समुद्रम प्रोजेक्ट को क़ौमी यादगार क़रार देना चाहिये । इसके बोसमतयारी (आज़ाद) भी इन में शामिल हो गए और अलहदा बोडोलैंड के लिए मुतालिबा करने लगे।

इस शोर-ओ-गुल के दौरान स्पीकर ने काग़ज़ात पेश करने का हुक्म दिया । उन्हों ने बादअज़ां नार्वे की जानिब से एक हिंदूस्तानी जोड़े की बच्चा अलहैदगी से पैदा शूदा सूरत-ए-हाल पर तहरीक तवज्जा दहानी को इजलास पर ले लिया। इस तहरीक में अपोज़ीशन लीडर सुषमा स्वराज और चार दीगर अराकीन ने सवालात उठाए।