सऊदी अरब में एक ख़ातून ने शादी के महज़ पाँच दिन बाद नमाज़ अदा न करने पर शौहर से 55000 रीयाल
के इव्ज़ अदालत से फ़सख़ निकाह का हुक्मनामा ले लिया। अल बयार टी वी के मुताबिक़ सऊदी अरब की एक ख़ातून ने शादी के फ़क़त पाँच दिन बाद एक शरई अदालत में दरख़ास्त दायर की जिसमें उन्होंने मौक़िफ़ इख्तेयार किया कि मेरा शौहर नमाज़ की अदायगी में ग़फ़लत का मुज़ाहिरा करता है।
अहल-ए-ख़ाना के साथ इसका रवैय्या दुरुस्त नहीं। नीज़ वो काबिल एतराज़ वीडीयोज़ देखने का भी आदी है। लिहाज़ा अदालत उसे तलाक़ दिलवाए। तलाक़ के लिए दरख़ास्तगुज़ार ख़ातून ने तलाक़ के इव्ज़ शौहर को 55000 रीयाल अदा करने का भी ऐलान किया। अदालत ने मज़कूरा रक़म वसूल करने के बाद ख़ातून को फ़सख़ निकाह का हुक्मनामा दे दिया। रिपोर्ट के मुताबिक़ शरई अदालत की जानिब से फ़सख़ निकाह का हुक्म आने के बाद ख़ातून ने साबिक़ा शौहर के घर जाने से इनकार कर दिया।
शौहर ने निकाह के वक़्त ख़ातून को 70 हज़ार रीयाल महर अदा किया था। पचपन हज़ार रीयाल ख़ातून ने ख़ुद वापस कर दिए जबकि बाकी पंद्रह हज़ार रीयाल इसलिए छोड़े हैं ताकि मुम्किना तौर पर होने वाले बच्चे की क़िफालत की जा सके। रिपोर्ट के मुताबिक़ मीडीया तक ये वाक़िया उस वक़्त पहुंचा जब एक शख़्स ने अदालत में अपनी अहलिया के ख़िलाफ़ दावा दायर किया जिस में कहा गया था कि उसकी अहलिया शादी के पाँच दिन के बाद घर छोड़कर जा चुकी है।
अदालत से इस ने अपनी बीवी को घर में वापस भेजवाने का मुतालिबा किया। अदालत ने मुद्दालय को तलब किया। इसने जवाब में तलाक़ के लिए दरख़ास्त दी और मौक़िफ़ इख्तेयार किया कि इसका शौहर मकरूह चीज़ें देखने का आदी है। इसने शौहर की इस्लाह की कोशिश की लेकिन इस में नाकाम रही है, जिस के बाद इसने तलाक़ लेने का हतमी फ़ैसला किया है।