नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने ऐसी सियासी पार्टीयों के ख़िलाफ़ जो कोई सबूत के बग़ैर आरोप लगाते हैं, उचित कार्रवाई शुरू करने के लिए विकल्प की मांग के अपने फ़ैसला की बचाव की और कहा कि बे-जा दावों के ख़िलाफ़ आत्मरक्षा के लिए यही सबसे अच्छा तरीका है। चीफ़ इलैक्शन कमिशनर नसीम ज़ैदी ने यहां मीडीया को बताया कि क़ानून अपमान अदालत के तहत किसी को सज़ा-ए-देने के लिए विकल्प तलाश करने की बात नहीं है बल्कि ये बे-जा इल्ज़ामा से निमटने का मामला है।
हम मानहानि का दावा दायर कर सकते हैं जो हम नहीं चाहते हैं। हम शिकायतकर्ता के तौर पर अदालत से उल्लेख होना नहीं चाहते। उन्होंने कहा कि अपमान अदालत विकल्प होना ही अच्छा तरीका है। नसीम जैदी से सवाल किया गया था कि क्यों आयोग ने सरकार को पत्र लिखा करते हुए उनके खिलाफ अपमान की कार्रवाई शुरू करने के विकल्प चाहे जिन्होंने इस संस्था पर सवाल उठाया है।