बैंकों के साथ धोखाधड़ी करने के आरोप में मशहूर उद्योगपति और रोटोमैक ग्रुप के मालिक विक्रम कोठारी पर आयकर विभाग ने शिकंजा कस लिया है।
विभाग ने आज रोटोमैक ग्रुप के खिलाफ करवंचना जांच के संबंध में 11 बैंक खाते जब्त किए। सीबीआई ने बी आज कोठारी के आवास पर छापेमारी की। यह कार्रवाई बैंक ऑफ बड़ौदा की शिकायत पर की।
सीबीआई और प्रर्वतन निदेशालय (ईडी) की संयुक्त टीम ने कोठारी के तिलकनगर स्थित आवास पर छापा मारा और दस्तावेज खंगाले। सीबीआई ने उद्योगपति के खिलाफ मनी लाड्रिंग का मामला दर्ज कर लिया है।
कोठारी परिवार के सभी सदस्यों के पासपोर्ट और मोबाइल कब्जे में ले लिए हैं। पत्नी और बेटे समेत कोठारी से सीबीआई पूछताछ कर रही है। उनकी सभी चल और अचल संपत्ति के कागजों की पड़ताल की जा रही है।
गौरतलब है कि बैंकों ने उद्योगपति पर आरोप लगाया था कि विक्रम कोठारी ने कथित तौर पर न लोन की रकम लौटाई और न ही ब्याज दिया।
इस पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के दिशा निर्देशों पर एक आधिकारिक जांच कमेटी गठित की गई। कमेटी ने 27 फरवरी 2017 को रोटोमैक ग्लोबल प्राइवेट लि. को विलफुल डिफॉल्टर (जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाने वाला) घोषित कर दिया।