बैंक हड़ताल : ए टी ऐम मशीनें रक़म से ख़ाली

कई ए टी ऐम मशीनें आज रक़म से ख़ाली हो गइं जिन की वजह से दो रोज़ा बैंक हड़ताल के दूसरे दिन आम आदमीयों को सख़्त मुश्किलात का सामना करना पड़ा । अवामी ज़ेर-ए-इंतज़ाम शोबा की बैंक यूनियनों ने इस्लाहात और ग़ैर अहम सरगर्मीयों की आउट सोरसिंग के ख़िलाफ़ एहतिजाज करते हुए हड़ताल का ऐलान किया था ।

हालाँकि नई नसल की ख़ानगी शोबा की बैंक्स जैसे एच डी एफ सी और आई सी आई सी आई काम कर रही हैं लेकिन क्लियरिंग और रक़ूमात की मुंतक़ली की कार्यवाहीयां हड़ताल की वजह से बुरी तरह मुतास्सिर हुईं ।

मामूल के मुताबिक़ बैंक कार्यवाहीयां बशमोल नक़द रक़म के सौदे , चैकों की क्लिरेंस , बैरूनी ज़र-ए-मुबादला के कारोबार मुतास्सिर हुए । ए टी ऐम मशीनें मामूल के मुताबिक़ कारकरद थीं ।

हड़ताल के पहले दिन कोई मसला पैदा नहीं हुआ लेकिन दूसरे दिन इन में मौजूद रक़म ख़त्म होजाने की वजह से रोज़ाना की सरगर्मीयां मुतास्सिर हुईं । स्टेट बैंक आफ़ इंडिया के सदर नशीन प्रदीप चौधरी ने कहा कि बैंकिंग शोबा को ज़बरदस्त नुक़्सान हुआ ।

24 अवामी शोबा की बैंकों और 12 ख़ानगी शोबा की बैंकों ने हड़ताल में शिरकत की । यूनियनें इस्लाही इक़दामात जैसे बैंकिंग शोबा के क़वानीन तरमीमी बिल के ख़िलाफ़ एहतिजाज कर रही हैं ।