बैंगलोर शहर में हज़ारों वालदैन और एहतेजाजियों ने इस स्कूल से पुलिस स्टेशन तक एहतेजाजी मार्च निकाला जहां एक 6 साल की लड़की की मुबय्यना तौर पर इस्मत रेज़ि की गई थी। एहतेजाजियों ने तालिबा के लिए इंसाफ़ और ख़ातियों के ख़लीफ़ फ़ौरी कार्रवाई करने का मुतालिबा किया। ओ-यबगर हाई स्कूल में ज़ेर-ए-तालीम तलबा-ए-के वालदैन के इस एहतेजाज में अवाम की कसीर तादाद भी शरीक होगई और तमाम अफ़राद ने मार्च निकालते हुए क़रीबी एच ए एल पुलिस स्टेशन पहूंच कर एहतेजाजी मुज़ाहरा किया।
जैसा कि एहतेजाजियों ने मुतालिबा किया था कि पुलिस कमिशनर को मौजूद रहना चाहिए। कमिशनर पुलिस राघवेंद्रा औराद कर इस मुक़ाम पर पहूंच गए और उनसे कहा कि हम को भी इस वाक़िया से शदीद दुख हुआ है। पुलिस पर भरोसा किजिए। औराद कर ने कहा कि पुलिस को जिस दिन शिकायत वसूल हुई उस दिन से पुलिस ओहदेदार रात दिन काम करते हुए कमसिन तालिबा के वाक़िये में मुलव्विस अफ़राद के ख़िलाफ़ कार्रवाई शुरू करदी है।
लड़की के वालदैन की शिकायत के बाद हम भी इस केस को सख़्ती से निमटने के लिए संजीदा हैं। एहतेजाजियों ने पुलिस सरबराह से इस केस की तहक़ीक़ात की तफ़सील जानने की कोशिश की और कहा कि इस केस के मुल्ज़िम की अब तक गिरफ़्तारी अमल में क्यों नहीं लाई गई। कमिशनर पुलिस ने कहा कि इस मसला पर बातचीत करने के लिए आप में चंद अफ़राद का छोटा ग्रुप मुझ से मिल सकता है क्यों कि तहक़ीक़ात की रिपोर्ट को बरसर-ए-आम अफ़शा नहीं किया जा सकेगा।
वालदैन का ये एहतेजाजी मार्च स्कूल से पुलिस स्टेशन तक पुरअमन रहा। बाज़ एहतेजाजियों ने उस वक़्त एतराज़ किया जब साबिक़ वज़ीर और बी जे पी रुकन असेम्बली अरविंद लंबा दान मार्च में शामिल होना चाहते थे। वालदैन ने उन पर ज़ोर दिया कि वो इस मामले को सियासी रंग देने की कोशिश ना करें। ऐडिशनल कमिशनर पुलिस कमल पंथ (ला ऐंड आर्डर) ने अख़बारी नुमाइंदों को बताया कि मुतास्सिरा कमसिन तालिबा के वालदैन से शिकायत मिलने के दिन से ही हमारे ओहदेदारान इस केस की छानबीन कररहे हैं। इस तहक़ीक़ाती टीम में 20 ओहदेदार मसरूफ़ हैं।