बैतुल्लाह का ग़लाफ़ तबदील, 150 किलो सोने का इस्तिमाल

बैतुल्लाह का ग़लाफ़ तबदील कर दिया गयाहै। नया ग़लाफ़ 2 करोड़ सऊदी रयाल की लागत से 670 किलो ग्राम ख़ालिस रेशम से बनाया गया है। ग़लाफ़ की तैय्यारी में 150 किलो ग्राम ख़ालिस सोना और चांदी भी इस्तिमाल हुए।

ग़लाफ़ को 30 माहिरीन ने तैय्यार किया है और इस पर बैतुल्लाह की हुर्मत और हज की फ़र्ज़ीयत और फ़ज़ीलत के बारे में कुरआनी आयात कशीदा की गई हैं।

इस का साइज़ 666 मुरब्बा मीटर है और ये 47 हिस्सों पर मुश्तमिल होता है। हर हिस्सा 14 मीटर तवील और 95 सनटी मीटर चौड़ा होता है।

ज़मीन से तीन मीटर की बुलंदी पर नसब(इन्सटाल) काअबा के दरवाज़े की लंबाई 6 मीटर और चौड़ाई 3 मीटर है।

ग़लाफ़ काअबा चार दीवारों के इलावा दरवाज़े पर भी आवेज़ां किया जाता है

मुहर्रम-उल-हराम 1346 हिज्री में ग़लाफ़ काअबा की तैय्यारी के लिए मक्का मुकर्रमा में दारुलकसोह के नाम से एक फ़ैक्ट्री का इफ़्तिताह किया।

शाह फ़ैसल ने 1382 हिज्री में फ़ैक्ट्री का क़ियाम अमल में लाने का बाक़ायदा हुक्मनामा जारी कर दिया

और 1397 हिज्री में इस की नई इमारत जदीद और ख़ुद कार मशीनों के साथ नसब(इन्सटाल) की गई।