बैनुल अक़वामी मुदाख़िलत के ख़िलाफ़ फ़लस्तीनीयों का इंतिबाह

फ़लस्तीन की मायूस क़ियादत ने आज इंतिबाह दिया कि वो अपनी आरज़ूओं की तकमील के लिए अक़वामे मुत्तहिदा से रुजू होंगे जबकि वज़ीरे ख़ारजा अमरीका जॉन कैरी इसराईल – फ़लस्तीन अमन मुआहिदा को क़तईयत देने के लिए इस इलाक़ा का 10वां दौरा करने वाले हैं।

फ़लस्तीनी क़ियादत को तवक़्क़ो है कि जॉन कैरी फ़लस्तीनी अथॉरीटी पर दबाव डालेंगे कि वो इसराईल के साथ बात-चीत जुलाई में मुत्तफ़िक़ा क़तई आख़िरी मोहलत यानी 9 माह के बाद भी जारी रखेंगे।

फ़तह और पी एल ओ दोनों की फ़लस्तीनी क़ियादत की अक्सरीयत मुज़ाकरात की मुद्दत में तौसीअ की मुख़ालिफ़ है क्योंकि हालिया महीनों में कोई पेशरफ़त नहीं हो सकी। सदर महमूद अब्बास के लिए मुश्किल होगा कि अप्रैल की क़तई आख़िरी मोहलत के बाद मुज़ाकरात में तौसीअ देने से इत्तिफ़ाक़ करें।

अल फ़तह के ज़राए के बामूजिब फ़लस्तीनी क़ियादत की अक्सरीयत महमूद अब्बास पर ज़ोर दे रही है कि वो अक़वामे मुत्तहिदा से रुजू हो जाएं। अराज़ी की बाहम मुंतक़ली से इसराईल और फ़लस्तीन पहले ही इत्तिफ़ाक़ कर चुके हैं और फ़लस्तीनी अथॉरीटी ने आज़ाद ममुल्कत फ़लस्तीन के क़ियाम की सूरत में यहूदी ममुल्कत को तस्लीम करने का त्यक्कुन दिया है।