बैरूनी दहशतगर्दी अफ़्ग़ान अवाम केलिए असल ख़तरा :करज़ई

इस बात पर ज़ोर देते हुए कि बैरून-ए-मुल्क दहशतगर्दी और उसको बैरूनी ताईद अफ़्ग़ानिस्तान के लिए असल चैलेंज है ,साबिक़ सदर अफ़्ग़ानिस्तान हामिद करज़ई ने आज पाकिस्तान के साथ अमरीका की दोगली पोलिसी पर सख़्त तन्क़ीद करते हुए कहा कि वो बारक ओबामा से कह चुके हैं कि अमरीका को तरग़ीब और तख़वीफ़ की पोलिसी एक साथ इस्तेमाल नहीं करनी चाहिए।

हामिद करज़ई ने हकूमत-ए-हिन्द से भी ख़ाहिश की कि अफ़्ग़ानिस्तान के साथ दिफ़ाई तआवुन के सिलसिले में मज़ीद कुछ करे और उम्मीद ज़ाहिर की कि मुस्तक़बिल में हकूमत-ए-हिन्द ज़्यादा सरगर्म पोलिसी इख़तियार करेगी। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान और चीन को इलाक़ाई दहशतगर्दी का मुक़ाबला करने इत्तेहाद कर लेना चाहिए।

साबिक़ सदर अफ़्ग़ानिस्तान ने इज़हार-ए-अफ़सोस किया कि उन्होंने पाकिस्तान के 20 दौरे किए लेकिन कोई भी दौरा अफ़्ग़ानिस्तान। पाकिस्तान ताल्लुक़ात बेहतर बनाने में पूरी तरह कामयाब नहीं हुआ। उन्होंने पाकिस्तान पर इल्ज़ाम आइद किया कि वो दहशतगर्दी को फ़रोग़ दे रहे है।

इस सवाल पर कि क्या चोर को पकड़ने मालिक मकान ने दरवाज़ा खुला रखा था का तबसेरा पाकिस्तान के बारे में अमरीकी पोलिसी की तरफ़ इशारा था। उन्होंने कहा कि ये एक फ़ारसी मुहावरा है और इसका हम मानी अंग्रेज़ी महावर‌ह ख़रगोश के साथ दौड़ना और कुत्ते के साथ शिकार करना है।

उन्होंने कहा कि उनके ख़्याल में हमें ऐसा नहीं करना चाहिए । इस सवाल पर कि क्या वो इस से अमरीका को वाक़िफ़ करवा चुके हैं।उन्हों ने कहा कि एक वीडियो कान्फ्रेंस के दौरान उन्होंने सदर अमरीका बारक ओबामा से ये बात कही थी और जवाब में उन्हें ख़ामोशी मिली थी।

करज़ई ने कहा कि अमरीका को पाकिस्तान में दहशतगरदों की महफ़ूज़ पनाहगाहों का पीछा करना चाहिए। उन्होंने अफ़्ग़ानिस्तान की मुसलसल मदद पर हिन्दुस्तान का शुक्रिया अदा किया और कहा कि अफ़्ग़ान फ़ौज को ज़्यादा ताक़तवर सलाहियत का हामिल बनाने केलिए हमें हिन्दुस्तान से बहुत कुछ मदद हासिल करना है।