बैरूनी सय्याहों को मशरूत टूरिस्ट वीज़ा

वज़ारत-ए-दाख़िला के सख़्त अहकाम के मुताबिक़ अब उसे ग़ैरमुल्की शहरियों को टूरिस्ट वीज़ों की इजराई अमल में नहीं आएगी जो मादर मुस्तआर के ज़रिया औलाद की ख़ाहिश को लेकर हिंदुस्तान का सफ़र कररहे है।

वज़ारत-ए-दाख़िला ने वाज़िह कर दिया हैकि इस सिलसिला में सरोगेसी क़वानीन पर सख़्ती से अमल किया जाएगा। वज़ारत-ए-दाख़िला के मुताबिक़ उसे कई वाक़ियात इसके इल्म में लाए गए हैं जहां बैरूनी सय्याह टूरिस्ट वीज़ा पर हिंदुस्तान का सफ़र करते हैं लेकिन उनका असल मक़सद यहां हिंदुस्तानी ख्वातीन को मादर मुस्तआर बना कर औलाद हासिल करना होता है। इस नौईयत के वीज़ों की एक‌ नवंबर से इजराई अमल में नहीं आएगी।

हुक्मनामा के मुताबिक़ इसे वीज़े (टूरिस्ट) सय्याहों के लिए टूरिस्ट वीज़े के ज़ुमरे में शुमार नहीं किए जा सकते। अगर बैरूनी सय्याहों को वीज़ों के लिए दरकार शराइत की ख़िलाफ़वर्ज़ी का मुर्तक़िब पाया गया तो उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जा सकती है। वज़ारत-ए-दाख़िला ने कहा कि इस नौईयत के मुआमलात में ये देखना भी ज़रूरी हैकि मादर मुस्तआर को धोका तो नहीं दिया जा रहा लिहाज़ा उस नौईयत के वीज़ों की इजराई के लिए दर्ख़ास्त गुज़ारों को कुछ शराइत की पूरी करनी पड़ेगी जिस में बैरूनी सय्याह मर्द-ओ-ख़ातून शादीशुदा होने चाहिए और कम से कम उन की शादी हुए दो साल का अर्सा गुज़र चुका हो।

शराइत में ये वज़ाहत भी की गई हैकि मादर मुस्तआर की ख़िदमात हासिल करते हुए औलाद के ख़ाहिशमंद बैरूनी जोड़े अपनी दर्ख़ास्त के साथ अपने मुल्क के हिंदुस्तान में मौजूद सिफ़ारतख़ाने का एक मकतूब भी मुंसलिक करें जिस में इस मुल्क की जानिब से ये वज़ाहत करना ज़रूरी है कि वहां मादर मुस्तआर या सरोगेसी क़ानून को मुस्लिमा क़रार दिया गया है और हिंदुस्तानी मादर मुस्तआर के ज़रीया पैदा हुए बच्चा को मज़कूरा मुल्क में दाख़िले का अहल क़रार दिया जाएगा जिसे इस जोड़े की तिब्बी औलाद ही तसव्वुर किया जाएगा।

सरोगेसी ख़िदमात हासिल करने वाले बैरूनी जोड़ों को एक हलफ़नामा भी दाख़िल करना पड़ेगा जिस के तहत वो सरोगेसी के ज़रिया पैदा हुए बच्चे की नशव-ओ-नुमा करेंगे। यही नहीं बल्कि ईलाज भी इंडियन कौंसिल आफ़ मैडीकल रिसर्च के रजिस्टर्ड शूदा अससटड री परोडकीवटरीटमेंट (ART) में ही करवाया जाएगा। बैरूनी जोड़ों को मादर मुस्तआर और उनके दरमयान किए हुए मुआहिदा की एक नक़ल भी अपनी दर्ख़ास्त के साथ मुंसलिक करनी पड़ेगी।