नई दिल्ली, ०५ जनवरी (पी टी आई) हुकूमत ने आज बैरून-ए-मुल्क बरसर-ए-कार हिंदूस्तानी कारकुनों खासतौर पर ख़लीजी ममालिक में मुलाज़िम हिंदूस्तानियों को फ़ायदा पहुंचाते हुए एक तजवीज़ को मंज़ूरी दे दी, जिस के ज़रीया ई सी आर क़ानून के तहत आने वाले ममालिक में बरसर-ए-कार हिंदूस्तानी कारकुनों को पैंशन और लाईफ़ इंशोरंस फ़ंड क़ायम किया जाएगा।
तक़रीबन 20 फ़ीसद बैरून-ए-मुल्क हिंदूस्तानी कारकुन जो ई सी आर ममालिक में बरसर-ए-कार हैं, ख़वातीन हैं। बुढ़ापे और ग़ुर्बत के एतबार से उन की हालत ज़्यादा मख़दूश है। बनिसबत मर्दों के क्योंकि उन की उम्र भी मर्दों की बनिसबत ज़्यादा तवील होती है, लेकिन आमदनी और मुलाज़मत की उम्र भी कम होती है।
इन की मुलाज़मत में बच्चों की विलादत और दीगर ख़ानदानी ज़िम्मेदारीयों की बिना पर वक़फ़ा भी ज़्यादा होते हैं। इस स्कीम के तहत हुकूमत सालाना एक हज़ार रुपय का चंदा अदा करेगी, जो तमाम पी आई एफ़ सब्सक्राइबर्स के मुताबिक़ होगा, जो एक हज़ार और 12 हज़ार रुपय सालाना के दरमयान चंदा अदा करते हैं।
नई क़ौमी पैंशन स्कीम के तहत इस का एहतिमाम किया गया है। इलावा अज़ीं हज़ार रुपय सालाना का ख़ुसूसी इज़ाफ़ी चंदा वज़ारत बैरूनी ममालिक हिंदूस्तानी उमूर की जानिब से अदा किया जाएगा, जो बैरून-ए-मुल्क बरसर-ए-कार हिंदूस्तानी ख़वातीन के लिए होगा, जो सालाना एक हज़ार और 12 हज़ार के दरमयान एन पी ऐस ।
लाईफ़ के लिए चंदा अदा करेंगी। वापसी पर बाज़ आबादकारी केलिए हुकूमत की जानिब से ख़ुसूसी चंदा अदा किया जाएगा, जो ऐसे कारकुनों केलिए होगा जो सालाना 4 हज़ार रुपय वापसी पर बाज़ आबादकारी फ़ंड के लिए चंदा अदा करेंगी। इस स्कीम से बैरून-ए-मुल्क काम करने वाले हिंदूस्तानियों को समाजी तमानीयत हासिल होगी ।