कामा रेड्डी / (सियासत न्यूज़) मशहुर अफ़्साना लेखक ओर-सदर अंजुमन तरक़्क़ी उर्दू रहीम अनवर ने अपने एक सहाफ़ती बयान में कहा कि उर्दू एकेड्मी ने 2007-ए-के बाद बैस्ट उर्दू टीचर्स एवार्ड्स देना बंद कर दिया था, जिस को दुबारा जारी करना बहुत अछ्छा कदम हैं। इसी तरह 2008०9 में एकेड्मी की तरफ से थोडी बहुत माली सहायता पर लेखकों की किताबें छपी थीं, लेकिन इन शायरों और अदीबों को बेहतरीन मुसन्निफ़ के एवार्ड नहीं दीए गए, जब कि इन का हौसला बडाना चाहीए, ताकि उर्दू ज़बान कि हिफाजत हो सके।
उम्मीद है कि डायरेक्टर ओर एकेड्मी के अन्य सदस्य इस सिलसिले में अहम फ़ैसला करेंगे और रियास्ती हुकूमत से असरदायक नुमाइंदगी करते हुए एकेड्मी के बजट में बढावा करेंगे।
जनाब रहीम अनवर ने उर्दू सहाफ़ीयों को भी एवार्ड्स देने का परज़ोर मुतालिबा किया। सेक्रेटरी का ओहदा हासिल करने के बाद जनाब एस ए शकूर के इक़दामात तारीफ के काबिल हैं, जिस की हर तरफ से तारीफ की जा रही है।