बॉल टेंपरिंग पर ICC ने कड़ा रुख अपनाया, सख्त सजा का प्रावधान!

डबलिन में वार्षिक सम्मेलन में बॉल टैम्परिंग के बढ़ते मामलों पर ICC ने कड़ा रुख अपना लिया है और इस मामले में दी जाने वाली सजा में इजाफा करते हुए अब छह टेस्ट या 12 वनडे तक के बैन का प्रावधान बनाते हुए इस अपराध को आईसीसी के लेवल तीन के अपराध की श्रेणी में डाल दिया है। इसमें मैदान पर बर्ताव, अभद्रता, दुर्व्यवहार पर भी नज़र रखी जाने की बात कही गई है।

मामले पर योजना की जानकारी देते हुए आईसीसी चेयरमैन शशांक मनोहर ने कहा, मैं और मेरे साथी बोर्ड निदेशक खेल के बेहतर बर्ताव के लिए क्रिकेट समिति और मुख्य कार्यकारियों की समिति के सिफारिशों का समर्थन करने को लेकर एकमत थे।

उन्होंने कहा, यह महत्वपूर्ण है कि खिलाड़ियों और प्रशासकों रोकने के लिए कोई मज़बूत कड़े नियम हो जिससे कि सुनिश्चित हो कि हमारे खेल में आचरण को लेकर शीर्ष स्तर हो।

हाल ही में आस्ट्रेलिया टीम के तीन सदस्यों कप्तान स्टीव स्मिथ, डेविड वार्नर और ओपनर बेनक्राफ्ट को बाल टैम्परिंग का दोषी पाया गया था और सजा दी गई थी जिसके बाद पिछले महीने श्रीलंका के कप्तान दिनेश चांदीमल वेस्टइंडीज़ के टेस्ट में इसी अपराध में लिप्त पाया गया।

अपराध पर कड़ी सजा की मांग के बीच ICC ने ये फैसला किया है। स्टीव स्मिथ को आईसीसी से कड़ी सज़ा नहीं दी पर आस्ट्रेलिया ने स्मिथ और वॉर्नर को एक-एक साल के लिए बैन किया जबकि बेनक्रॉफ्ट पर नौ महीने का बैन लगा।