बोकारो में हेलीकॉप्टर हादसा में बचे थे डॉ. कलाम

रांची : साबिक़ सदर ए ज़महुरिया डॉ एपीजे अब्दुल कलाम झारखंड में हेलीकॉप्टर हादसा में बाल-बाल बच गए थे। वाकिया 30 सितंबर 2001 की है। डॉ कलाम और रियासत के मौजूदा साइंस एंड आईटी वज़ीर समरेश सिंह रांची से बोकारो के लिए पवन हंस हेलीकॉप्टर से रवाना हुए थे। सेल की बोकारो हवाई पट्टी पर हेलीकॉप्टर को उतरना था। उन्हें बोकारो वाकेय चिन्मया स्कूल में एक तकरीब में हिस्सा लेना था।
शाम 4.30 बजे हेलीकॉप्टर के बोकारो पहुंचने पर उसमें तकनीकी खराबी आ गयी। हेलीकॉप्टर 100 मीटर ऊपर से नाचते हुए नोज के ताक़त पर हवाई पट्टी पर आ गिरा। हवाई पट्टी उस वक़्त कड़ी नहीं थी। इसलिए हेलीकॉप्टर में आग नहीं लगी। बोकारो सेल के चीफ कम्युनिकेशन जेपी लाल इसके आयनी शाहेदीन थे।

बोकारो सेल के अफसर और फायर ब्रिगेड के अफसरों ने फौरन दौड़ कर डॉ कलाम और समरेश सिंह को बाहर महफूज़ निकाला, उन्हें खरोंच तक नहीं आयी थी। डॉ कलाम उस वक़्त भारत सरकार के अहम सायन्सिट्स मुशीर थे। झारखंड साइंस एंड टेक्नालजी काउंसिल की इजलास में भी उन्होंने हिस्सा लिया था।