बोधगया ब्लास्ट : नीतीश ने धमाके की मज्मत की कहा एनआईए करेगी जांच

पटना 8 जुलाई : बिहार के वज़ीरे आला नीतीश कुमार ने गया जिले के बोधगया वाक़ेय महाबोधि मंदिर अहाते और उसके पास हुए सिलसिलेवार बम धमाकों की मज्मत की और कहा कि इन्हें अंजाम देने वालों को ढूंढ़ निकाला जाएगा और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। महाबोधि मंदिर अहाते के अन्दर और बाहर हुए नौ बम धमाकों के मुकाम का दौरा करने के बाद नीतीश ने सहफियों से कहा कि इसकी जितनी मज्मत की जाए, कम है और इसको अंजाम देने वालों को ढूंढ़ निकाला जाएगा और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। नीतीश ने कहा कि वाकिया की जांच के लिए एनआईए की टीम पहुंच रही है।

उन्होंने कहा कि बोधगया मुक़द्दस मुकाम है और यहां से करोड़ों लोगों की अकीदत वाबस्ता है। ऐसी जगह इस तरह की वाकिया को अंजाम देना काबिले मज्मत है। नीतीश ने कहा कि महाबोधि मंदिर को लेकर पहले से भी ऐहतियात बरतने की कार्रवाई होती रही है। मंदिर के बाहर सिक्यूरिटी इंतजाम हैं और मंदिर अहाते के अंदर भी क्लोज सर्किट टीवी (सीसीटीवी) लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि मंदिर अहाते के अन्दर चार मुकामात पर धमाके हुए हैं।

मंदिर अहाते के बाहर बुद्ध की 80 फुट की मुजस्मा के पास एक बम धमाका हुआ है। वहां लगाया गया एक बम फट नहीं सका जिसे तैर फआल कर दिया गया है। नीतीश ने बताया कि एक दीगर बोधि मंदिर जिसमें करमापा रहते हैं, वहां बच्चों के स्कूल के पास दो बम धमाका किए गए। उसके आगे एक मैदान में रखा गया एक बम नहीं फटा जिसे गैर फआल कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस तरह से कुल नौ बम धमाके हुए हैं और दो बमों को गैर फआल किया गया है।

नीतीश कुमार ने कहा कि वाकिया की इत्तेला मिलते ही जिले के सभी अफसरों को जाये मुकाम पर पहुंचे और जख्मी हुए दो लोगों को भी अस्पताल जाकर हमने देखा है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की छानबीन मुकामी पुलिस कर रही है। बिहार के चीफ सेक्रेटरी, पुलिस डायरेक्टरी, दाखला सेक्रेटरी, खुसूसी शाख के अपर पुलिस डायरेक्टर और मुल्क के ख़ुफ़िया ब्यूरो के जॉइंट सेक्रेटरी जाये हादसा का मुआयना किया है।

नीतीश ने बताया कि पहले भी महाबोधि मंदिर की सुरक्षा के लिए अधिकारियों को निर्देश थे तथा आज की घटना के बाद सुरक्षा और भी सुदृढ़ करने का प्रयास किया जाएगा. केंद्र सरकार से महाबोधि परिसर और उसके समीप स्थित अन्य मंदिरों की सुरक्षा की जिम्मेदारी लेने को कहा जाएगा. उन्होंने कहा कि अभी जो भी राज्य सरकार के पास सुरक्षा बल है, उसे मंदिर की सुरक्षा के लिए लगाया गया है.