क़ाहिरा 1 डिसमबर ( एजैंसीज़ ) यूरोप में मुस्लमानों के इत्तिहाद के बारे में बार बार ब्यानात का जवाब देते हुए मुहक़्क़ेक़ीन और प्रोफेसर्स के एक ग्रुप का इजलास असट गारट में मुनाक़िद हुआ जिस में बोसनिया हरज़ीगवीना में इस्लाम के नमूने पर तबादले ख़्याल किया गया जिस में जमहूरीयत और बेहतर बैयन मज़ाहिब मुफ़ाहमत पर सदीयों से ज़ोर दिया जाता रहा है ।
मग़रिबी जर्मनी की बोचम यूनीवर्सिटी में मुनाक़िदा इजलास सेख़िताब करते हुए इस्लाम के मुहक़्क़िक़ उर्मीना अमरीका ने कहा कि इस्लाम तवील मुद्दत से सैकूलर माहौल में और सैकूलर ममलकत में अमल पैरा रहा है । उन्हों ने कहा कि इस्लाम में आला सतही इदारा जाती निज़ाम मौजूद है जो हर मुस्लिम मुल्क में इस्लाम को मुस्तह्कम तरीन ताईद फ़राहम करता है । यूरोप के मुस्लमानों को मुत्तहिद करने की अपीलें अमरीका में 11 सपटमबर के हमलों के बाद ज़्यादा बुलंद आहंग होगई हैं। इस किस्म के मुबाहिसों में प्रोफेसर्स ने इस्लाम के अमली अंदाज़ का हवाला दिया है जिस पर बोसनिया हरज़ीगवीना में अमल किया जाता है ।
इस नमूने से योरोपी मुस्लमानों के हर सवाल का जवाब मिल जाता है । बोसनिया जज़ीरा नुमाए मलिकान का एक छोटा सा मुलक है जहां तीन नसलों के लोग आबाद हैं जिन में से बेशतर मुस्लिम बोसनियाई , सरब और करवीशयाई अवाम हैं। बोसनिया की आबादी 40 लाख है जिस का 40 फ़ीसद मुस्लमान , 31 फ़ीसद आरथोडकस ईसाई और 10 फ़ीसद कैथोलिक ईसाई हैं जो पुरअमन बकाए बाहमके उसूल पर मिल जुल कर ज़िंदगी गुज़ारते हैं ।