बंजा लुका: ईसाईयों के द्वारा एक युद्ध के दौरान बम से तबाह कर दी गयी फ़रहत-पाशा मस्जिद को आख़िर मुसलामानों के लिए खोल दिया गया है. इस सुनहरे मौक़े पर दस हज़ार से ज्यादा लोग इकट्टे हुए और 1992-95 के बीच के युद्ध में बर्बाद हुई इस मस्जिद के आबाद होने की ख़ुशी को ज़ाहिर किया गया.
बोसनिया की मिलीजुली तहज़ीब का नमूना ये मस्जिद एतिहासिक दृष्टि से बड़ी एहमियत की है, 16 वीं शताब्दी में बनी इस मस्जिद को ओटोमन आर्किटेक्चर का शानदार नमूना माना जाता है. ये मस्जिद बोसनियाइ सर्ब ने गिरा दी थी.