बोस्टन हमले: वाहिद मुल्ज़िम जौहर पर संगीन इल्ज़ामात

बोस्टन , 23 अप्रैल (पी टी आई) बोस्टन मैराथन धमाकों के वाहिद ज़िंदा बच जाने वाले मुल्ज़िम जोखार सारनेव के ख़िलाफ़ फेडरल प्रॉसिक्यूटर्स ने हलाकतों के लिए बड़े पैमाना पर तबाही फैलाने वाले हथियार इस्तेमाल करने का इल्ज़ाम आइद किया। ये एक ऐसा जुर्म है जिस पर सज़ाए मौत सुनाई जा सकती है ।

ओहदेदारों ने बताया कि 19 साला जोखार सारनेव और इस के बड़े भाई ने ये दो बम धमाके किए जिस में 3 अफ़राद हलाक और 180 से ज़ाइद ज़ख़्मी हुए थे । बड़े भाई तैमूर लंग (Tamerlan Tsarnaev) की पुलिस के साथ लड़ाई में गोली लगने से मौत हो गई थी । जोखार सारनेव की हालत भी संगीन थी लेकिन अब बतदरीज मुस्तहकम हो रही है ।

बताया जाता है कि इस ने तफ़तीशकारों के सवालात का तहरीरी अंदाज़ में जवाब देना शुरू कर दिया है और वफ़ाक़ी हुक्काम के मुताबिक़ आइन्दा हफ़्ते के अवाइल चार्जशीट दाख़िल की जा सकती है। अख़बार यू एस ए टूडे ने वफ़ाक़ी तहक़ीक़ाती इदारा एफ़ बी आई के हवाला से लिखा है कि हुक्काम इस के गर्दन के ज़ख़्म के बारे में ये जानने की कोशिश कर रहे हैं कि कहीं ये ख़ुदकुशी की कोशिश का नतीजा तो नहीं।

बोस्टन पुलिस का कहना है कि जोखार सारनेव बिरादरान के पास दीगर बम धमाके करने का सामान भी मौजूद था। ख़बररसां इदारा ए एफ़ पी के मुताबिक़ इन्सिदाद-ए-दहशत गर्दी उमूर देखने वाले तफ़तीश कार जो हस्सास नौईयत के क़ैदीयों से तफ़तीश के माहिर हैं उन्हें इंतेज़ार है कि जौहर उन के सवालात के जवाब देने लगे।

जोखार सारनेव डीकोनेस मेडीकल सेंटर में ज़ेर-ए-इलाज है जहां मैराथन रेस में ज़ख़्मी होने वाले1 अफ़राद का भी ईलाज हो रहा है।

तैमुरलंग (Tamerlan )ने एक ख़तीब को मस्जिद में टोका था

तैमुर लंग जो बोस्टन मैराथन धमाकों के दो मुश्तबा मुल्ज़िम बिरादरान में बड़ा था, इस ने कैंब्रिज की एक मस्जिद में ख़ुतबा पर एतराज़ किया था जिस में ख़तीब ने पैग़ंबर इस्लाम मुहम्मद स०अ०व० का तक़ाबुल इंसानी हुक़ूक़ के दाई मार्टिन लूथर किंग से किया था।

अख़बार बोस्टन ग्लोब ने लिखा है कि इस्लामिक सोसायटी आफ़ बोस्टन जो इस मस्जिद का इंतेज़ाम चलाती है, वहां के एग्ज़ीक्यूटिव डायरेक्टर यूसुफ़ी वली के मुताबिक़ 26 साला Tamerlan Tsarnaev ने उस वक़्त इमाम को ख़ुत्बे में टोक दिया जब उन्होंने पैग़ंबर इस्लाम का मार्टिन लूथर किंग से तक़ाबुल किया।

Tamerlan Tsarnaev ने इमाम से कहा, तुम काफ़िर हो, और लोगों को गुमराह कर रहे हो। वली ने कहा, तब मजमा ने कहा कि तुम ही मुनाफ़िक़ हो। सारे मजमा ने उसे डांट डपट कर मस्जिद से निकाल बाहर किया।