बौलिंग के मुख़्तलिफ़ अंदाज़ सीख रहा हूँ

इश्वर पांडे को आख़िर कार न्यूज़ीलैंड के दौरे में खेलने का मौक़ा मिल गया और उन्होंने दो दिन के वार्म अप मैच में 14 ओवर्स‌ में तीन विकेटस् हासिल करते हुए सब की तवज्जो अपनी ओर‌ कराई है।

वो हिंदुस्तानी टीम के न्यूज़ीलैंड पहुंचने के बाद तक़रीबन तीन हफ़्तों से इंतिज़ार कर रहे थे और आज उन्हें ये मौक़ा मिल गया जिस का उन्होंने भरपूर फ़ायदा उठाया। ये चूँकि वार्म अप मैच है और सरकारी फ़स्ट क्लास गेम नहीं इस लिए पांडे का सीनियर टीम के लिए ये पहला मुज़ाहरा रिकार्ड बुक में शामिल नहीं किया जाएगा।

इसके बावजूद कप्तान महिन्द्र सिंह धोनी यक़ीनन पांडे के मुसबत रवैया से मुतास्सिर होंगे। धोनी ने आख़िरी वन्डे मैच के बाद कहा था कि पांडे की बौलिंग के सिलसिले में मज़ीद बेहतरी की ज़रूरत है। इस बारे में पांडे से जब पूछा गया कि उन्होंने कहा था कि मुख़्तलिफ़ नौईयत की बौलिंग के दर्मयान फ़र्क़ के बारे में उन्होंने बहुत कुछ सीखा।

उन्हें ये जानने का मौक़ा मिला कि वन्डे और टी 20 बौलिंग की नौईयत क्या होनी चाहि8ए। किस तरह की बौलिंग फ़ायदेमंद होगी और किस तरह की ग़ैर फ़ायदेमंद होगी। इसके इलावा वो ये भी सीख रहे हैं कि टेस्ट में बौलिंग किस तरह की जाये। मध्य प्रदेश के फ़ास्ट बौलर ने आज के मुज़ाहरे पर ख़ुशी का इज़हार किया।

आज के मैच के बाद उन्होंने कहा कि ये उनके लिए एक बेहतरीन मौक़ा था। उन्होंने वैसी ही बौलिंग की कोशिश की जैसी वो डोमेस्टिक मैच में करते हैं। उनकी सारी तवज्जो लाईन ऐंड लैंथ पर थी और उन्होंने विकेटस् लेने पर तवज्जो नहीं दी। डुमेस्टिक मुक़ाबलों में उन्होंने ऐसा ही किया था। यहां भी ना सिर्फ़ अपने बल्कि टीम के मुफ़ाद में ही हिक्मत-ए-अमली अपनाए हुए थे।

पांडे ने इस यक़ीन का इज़हार किया कि इंटरनेशनल क्रिकेट में वो अनक़रीब जगह बना लेंगे। उन्हें ख़ुशी है कि आज बौलिंग का मौक़ा मिला और बहुत जल्द हिंदुस्तानी टीम में नुमाइंदगी का मौक़ा भी उन्हें मिलेगा।