ईरानी वज़ारत-ए-ख़ारजा (विदेश मंत्रालय) ने कहा है कि ब्राज़ील में एक स्विमिंग पूल में कमसिन बच्चीयों के साथ मुबय्यना तौर पर छेड़ख़ानी करने वाले एक सिफ़ारतकार (राजनयिक) को बरतरफ़ (निष्काशित) कर दिया गया है जिसे वाक़िया पर वतन वापिस तलब किया गया था। वज़ारत (मंत्रालय) का एक ब्यान में कहना है कि ब्राज़ील में ईरानी सिफ़ारत ख़ाने के ईरानी मुलाज़िम की जानिब से ख़िलाफ़वर्जियों की तहक़ीक़ात के बाद ये साबित हुआ है कि इस का रवैय्या इंतिज़ामी क़वाइद-ओ-ज़वाबत और इस्लामी क़वानीन के ख़िलाफ़ था और इस तरह उसे बरतरफ़ (निष्काशित) कर दिया गया है ।
ब्राज़ीलियन मीडीया ने इस सिफ़ारतकार (राजनयिक) की शनाख़्त 51 साला हिक्मत उल्लाह ग़ौर बानी के तौर पर की है और बताया है कि इस ने 9 और 15 साल की कम-अज़-कम चार बच्चीयों के साथ गुज़श्ता माह बराज़ीला पूल में छेड़ख़ानी की । बच्चीयों के शोर मचाने पर उन के वालिदैन की तरफ़ से इस पर ग़ुस्से का इज़हार किया गया , उसे गिरफ़्तार किया गया ताहम (लेकिन) ब्राज़ीलियन पुलिस ने उसे सिफ़ारत इस्तिस्ना की तसदीक़ (पुष्टी) होने के बाद फ़ौरी तौर पर रिहा कर दिया।
ब्राज़ील में ईरानी सिफ़ारत ख़ाने ने इबतिदाई तौर पर सिफ़ारतकार (राजनयिक) का दिफ़ा किया और जारी ब्यान में दावा किया गया कि छेड़खानी के इल्ज़ामात सक़ाफ़्ती ग़लत फ़हमी का नतीजा हैं ताहम (लेकिन) वज़ारत-ए-ख़ारजा (विदेश मंत्रालय) के तर्जुमान रामीन मेहमान परस्त ने अगरचे कहा है कि वाक़िया को मग़रिब और अरब मीडीया तोड़मरोड़ कर पेश कर रहा है ताहम (लेकिन) सिफ़ारतकार (राजनयिक) को वापिस बुला लिया गया है और उसके साथ क़ानून के मुताबिक़ कार्रवाई होगी ।