ब्राज़ील में चार टांगों वाले साँप की बाक़ियात दरयाफ़्त

साईंसदानों का कहना है कि उन्हें पहली बार किसी चार टांगों वाले साँप का रकाज़ या फौसिल मिला है।
उन का कहना है कि ब्राज़ील से मिलने वाला ये रकाज़ 11 करोड़ तीस लाख साल क़दीम है।

माज़ी में भी कई बार टांगों वाले साँपों की बाक़ियात मिल चुकी हैं लेकिन कहा जा रहा है कि ये नया दरयाफ़्त शूदा ढांचा ऐसे साँप का है जिसे दौरे जदीद के साँपों का बराहे रास्त जद क़रार दिया जा सकता है।

साईंसदानों के मुताबिक़ इस साँप के नाज़ुक बाज़ू और पैर चलने के लिए इस्तेमाल नहीं होते थे बल्कि उन की मदद से ये शिकार को पकड़ता और जकड़ता था। इस फौसिल से इस ख़्याल को भी तक़वियत मिली है कि साँपों का इर्तिक़ा पानी में नहीं बल्कि ख़ुश्की पर हुआ था।

मुहक़्क़िक़ीन की टीम के यूनीवर्सिटी ऑफ़ बाथ से ताल्लुक़ रखने वाले रुक्न डॉक्टर निक लोनगर्च ने कहा है कि ये साँप का सब से क़दीम फौसिल है और वाज़ेह तौर पर उस का ताल्लुक़ पानी से नहीं है।