राजस्थान पुलिस को इमरान भाटी नामक एक व्यक्ति की तलाश है, जिसने खुद को कबीर शर्मा बताकर एक हिंदू युवती से शादी की, बहुत सारा दहेज लिया और अब दोनों गायब बताया जा रहा है. इमरान भाटी के खिलाफ सीकर में एक मामला दर्ज किया गया. पता चला है कि वह पहले से ही शादीशुदा था और तीन बच्चों का पिता है.
गुमशुदा महिला के पिता ने पुलिस से कहा, “भाटी ने खुद को मेरी बेटी के लिए एक अविवाहित ब्राह्मण के रूप में पेश किया, शादी के लिए प्रस्ताव रखा और फिर अपने नकली ब्राह्मण माता-पिता व नकली रिश्तेदारों की उपस्थिति में उसने शादी की.” जयपुर में 13 मई को शादी संपन्न हुई थी. इससे पहले एक सगाई समारोह आयोजित किया गया था जहां ‘नकली रिश्तेदार’ अपने माथे पर तिलक लगाकर आए थे.
लड़की के पिता ने कहा, “उन लोगों ने अपना ‘गोत्र’ तक बताया था. जब मैं पूरी तरह से संतुष्ट हो गया तब मैंने 13 मई को उनकी शादी तय कर दी.” शादी के कुछ दिनों बाद, उस आदमी ने मेरी बेटी को अतिरिक्त दहेज के रूप में 5 लाख रुपये की मांग करते हुए वापस सीकर भेज दिया. पिता ने कहा, “किसी तरह मैंने एक दोस्त से 2.5 लाख रुपये उधार लिए और फिर मेरी बेटी 17 मई को लापता हो गई. यहां तक कि हमारे घर में रखा सोना भी गायब है.”
असलियत जान दंग रह गए पिता
जब पिता शादी की तस्वीरों के साथ जयपुर गए, तो वे वास्तविकता को देखकर दंग रह गए. उन्हें ज्ञात हुआ कि वह आदमी कबीर शर्मा नहीं, बल्कि इमरान भाटी है और वह पहले से शादीशुदा है. उसने एक बार मोटर कंपनी में काम किया था. 25 मई को जिन पुलिस अधिकारियों को मामले की विचित्र कहानी सुनाई गई, वे भी दंग रह गए.
पुलिस अधीक्षक अमनदीप सिंह कपूर ने कहा कि लापता पुरुष और महिला का पता लगाने के लिए पुलिस ने एक विशेष टीम बनाई है. लड़की के पिता ने कहा कि उनकी केवल एक बेटी है और इसलिए उन्होंने 11 लाख रुपये नकद, 5 लाख रुपये के गहने और महंगी पोशाक सहित ‘एक बहुत बड़ा दहेज’ शादी के दौरान उन्होंने लड़के वालों को दिया.
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि पूरे साजिश को ‘बहुत चालाकी’ से अंजाम दिया गया. यहां तक कि वीडियोग्राफर और फोटोग्राफर्स को ‘दूल्हे’ द्वारा चुना गया था. हालांकि, लड़की के परिवार ने अपने मोबाइलों पर कुछ तस्वीरें दिखाईं, जिसमें विवाह को हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार आयोजित किया गया था