भारतीय पत्रकार आतिश तासीर ने ब्रिटिश राजघराने की राजुकमारी लेडी गैब्रिएला विंडसर से तीन साल के रिलेशनशिप के बारे में एक आर्टिकल में खुलासा किया तो लंदन में हंगामा मच गया। लेख पर तीखी प्रतिक्रिया हो रही है।अमेरिका की मैग्जीन वेनिटी फेयर में छपे लेख में आतिश ने कहा है-मैं पास्ट लाइफ में ब्रिटिश शाही परिवार का सदस्य था। वर्ष 2000 में मैं एला(गैब्रियला का संक्षिप्त नाम) के साथ डेटिंग पर था। एला राजकुमार और राजकुमारी माइकल की बेटी हैं।
राजकमार माइकल ब्रिटिश रानी एलिजाबेथ द्वितीय के पहले पहली कजिन थे, जिन्होंने अलोकप्रिय राजकुमारी से शादी की। तीन साल की रिलेशनशिप के बारे में बताते हुए भारतीय पत्रकार ने कहा-हम बकिंघम पैलेस में रानी के स्विमिंग पूल में नग्न होकर तैरते थे। तासीर 2003 में गैबरेला से मिले, जो अमेरिका में छात्रा थीं। वह तासीर की एक रिपोर्ट से प्रभावित हुईं थीं।
आर्टिकल में तासीर ने लिखा-मैं समाजवादी भारत में पला बढ़ा।पाकिस्तानी व्यापारी और नेता मेरे पिता ने तब मेरी मां को छोड़ दिया, जब मैं दो वर्ष का था। उधर जब हंगामा मचा तो लंदन इवनिंग स्टैंडर्ड ने एक डायरी के अंश के जरिए तासीर पर सच्चाई से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया।अखबार ने कहा-वेनिटी फेयर मैग्जीन में किए गए दावे झूठ हैं। लेडी गैबरिला के हवाले से शाही घराने ने इस पर किसी कमेंट से इन्कार किया, मगर एक करीबी ने इसे कपोलकल्पित करार दिया। चूंकि आतिश एक उपन्यासकार हैं, इस नाते वे कल्पना से लिखे हैं। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक बकिंघम पैलेस के प्रवक्ता ने रिपोर्ट पर किसी तरह की टिप्पणी से इन्कार कर दिया।
“The moment the girl down the road thinks she can be Princess, or Queen,” Princess Michael of Kent once told @AatishTaseer, “it’s all over. The mystery is gone.” https://t.co/fkt5tCBNZi
— VANITY FAIR (@VanityFair) April 28, 2018
आतिश तासीर ने लेख में आरोप लगाया कि विश्वप्रसिद्ध टेनिस खिलाड़ी बहनों सेरेना और वीनस विलियम्स के नाम पर राजकुमारी माइकेल के पास काली भेड़ें थीं। यह रंगभेद दिखाता है। प्रिंस माइकल क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय के पहले कजिन हैं। बता दें कि तासीर की मां भारत की मशहूर पत्रकार तवलीन सिंह हैं। उनके पिता पाकिस्तानी नेता सलमान तासीर थे। तवलीन और सलमान तासीर ने प्रेम विवाह किया था। वह 2008 से 2011 के बीच पंजाब के गवर्नर रहे। 2011 में उनकी हत्या हो गई थी।
साभार- जनसत्ता