ब्रिटेन अखबार का दावा- इस वज़ह से हुई पत्रकार जमाल ख़ाशुक़जी की हत्या!

ब्रिटिश दैनिक द गार्डियन का कहना है कि सऊदी अरब के असहमत पत्रकार जमाल ख़ाशुक़्जी को, ब्रिटेन स्थित ईरान विरोधी टी वी चैनल को रियाज़ की ओर से फ़न्डिंग की बात का पर्दाफ़ाश करने की वजह से हो सकता है अपनी जान से हाथ धोना पड़ा हो।

द गार्डियन ने 2 अक्तूबर की अपनी रिपोर्ट में, कि जिस दिन जमाल ख़ाशुक़्जी की इस्तांबूल स्थित सऊदी वाणिज्य दूतावास में हत्या हुयी, सऊदी सरकार के एक निकटवर्ती सूत्र के हवाले से कहा था कि लंदन स्थित ईरान विरोधी टीवी चैनल ईरान इंटरनैश्नल को सऊदी शाही दरबार से हर साल 25 करोड़ डॉलर की मदद मिलती थी।

अब गार्डियन के पत्रकार सईद कमाली दहक़ान ने शुक्रवार को अपने ट्वीट में इस बात का पर्दाफ़ाश किया कि वह सूत्र ख़ाशुक़्जी थे कि जिनकी 2 अक्तूबर को पूर्व नियोजित हत्या के लिए सऊदी युवराज मोहम्मद बिन सलमान को ज़िम्मेदार बताया जा रहा है और उसी दिन द गार्डियन में यह रिपोर्ट प्रकाशित हुयी थी।

गार्डियन के पत्रकार ने अपने ट्वीटर हैंडल पर लिखाः “मैं यह बात विश्वास से कह सकता हूं कि जमाल ख़ाशुक़्जी को 26 सितंबर को इस्तांबूल से टेलीफ़ोन पर मुझसे बातचीत के दौरान इस बात का पर्दाफ़ाश करने की वजह से क़त्ल होना पड़ा कि लंदन स्थित ईरान इंटरनैश्नल टीवी चैनल की फ़न्डिंग मोहम्मद बिन सलमान और सऊद अलक़हतानी की तरफ़ से होती थी।”

बाद में द गार्डियन ने उसी सूत्र के हवाले से कहा कि ईरान इंटरनैश्नल को समुद्र पार गुप्तचर संस्था और एक कंपनी के ज़रिए से फ़न्डिंग हो रही थी जिसके निदेशक सऊदी अरब के व्यापारी है कि जिनका बिन सलमान से निकट संपर्क है।

साभार- ‘parstoday.om’