जर्मन चांसलर एंजिला मर्केल ने आज यूरोपीय संघ (ईयू) के सदस्य देशों को चेताया कि वे ईयू को छोड़ने के ब्रिटेन के फैसले के बारे में जल्दबाजी में कोई निष्कर्ष न निकालें, क्योंकि इससे यूरोप के और बंटने का जोखिम पैदा हो सकता है।
मर्केल ने कहा, ‘‘हम बड़े अफसोस के साथ ब्रिटेन के लोगों के फैसले को देख रहे हैं। इसमें कोई शक नहीं है कि यह यूरोप और यूरोपीय एकीकरण प्रक्रिया के लिए एक झटका है।’’
जर्मन चांसलर ने कहा, ‘‘लेकिन इसके क्या परिणाम होंगे। यह इस पर निर्भर करेगा कि हम ईयू के अन्य 27 सदस्य देश ग्रेट ब्रिटेन के जनमत संग्रह के बारे में जल्दबाजी में सरलीकरण कर कोई निष्कर्ष न निकालें, क्योंकि इससे यूरोप और बंटेगा ही।’’
फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद, इटली के प्रधानमंत्री मैटियो रेंजी और यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष डोनाल्ड टस्क के साथ सोमवार को बर्लिन में वार्ता करने वाली मर्केल ने कहा कि सदस्य देशों को शांत रहकर और भविष्य के बारे में सोचकर हालात का विश्लेषण करना चाहिए।
मर्केल ने यूरोप वासियों से अपील की कि वे इस बात को कभी नहीं भूलें कि ईयू का मकसद यूरोपीय एकता का विचार दरअसल शांति का एक विचार है।