ब्रुसेल्ज़: असलहे की स्मगलिंग का गढ़

बेल्जियम में क्लाशनीकोफ़ ख़रीदना है? बाक़ौल नियमाक ये कोई मसअला नहीं। इस सरब बाशिंदे का कहना है कि चंद सौ यूरो में वो इस तरह की एक गन का फ़ौरी इंतेज़ाम कर सकता है, जो ख़रीदार के बताए होते पते पर पहुंचा दी जाएगी।

युगोसलावीया के खित्ते में मुतअद्दिद जंगों में शिरकत करने वाले साबिक़ सिपाही नियमाक ने ख़बररसां इदारे रोइटर्स से गुफ़्तगु में कहा कि वो हथियारों की स्मगलिंग ख़ुद नहीं करता लेकिन यूरोप में क्लाशनीकोफ़ या दीगर हथियारों की स्मगलिंग कोई मसअला नहीं है। उसने बताया कि वो ऐसे लोगों को जानता है, जो आतिशीं हथियारों के गै़र क़ानूनी कारोबार में मुलव्विस हैं।

नियमाक ने ये दावा भी किया कि तेराह नवंबर के दिन पैरिस के हमलों में जो ख़ुद कार जदीद गनें इस्तेमाल की गई थीं, उस तरह की गनें यूरोप में आसानी से गै़र क़ानूनी तौर पर कार्गो की जा सकती हैं। उसने बताया कि ऐसे हथियार बलक़ान की रियास्तों से यूरोप लाए जाते हैं।