ब्रेक्जिट के मसौदे को लेकर ब्रिटिश संसद में बने गतिरोध को खत्म करने के लिए प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने बुधवार को विपक्षी लेबर पार्टी के नेता जर्मी कॉर्बिन से मुलाकात की।
इससे पता चलता है कि टेरीजा अब अपनी पार्टी का भरोसा छोड़कर विपक्ष से समर्थन लेने की रणनीति पर काम कर रही हैं। टेरीजा के इस कदम से नाराज उनके एक मंत्री ने इस्तीफा दे दिया है।
Prime Minister Theresa May and Jeremy Corbyn, the leader of the Labour Party, are taking a great political risk in their Brexit talks. But “If they don’t do something,” said a professor, “they’re all going down together.”
https://t.co/ncVXhXcqXC— The New York Times (@nytimes) April 4, 2019
जागरण डॉट कॉम के अनुसार, ब्रेक्जिट प्रक्रिया और टलने के टेरीजा के बयान के बाद उनकी सरकार में ब्रेक्जिट मामलों के राज्य मंत्री क्रिस हीटन हैरिस ने भी इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा, अब वह ब्रेक्जिट में और ज्यादा देरी के पक्ष में नहीं हैं। पहले यूरोपीय यूनियन से ब्रिटेन का अलगाव 29 मार्च को होना था।
ब्रेक्जिट का मसौदा तीन बार संसद में गिर जाने के बाद टेरीजा ने लेबर पार्टी से बात करने का फैसला किया है। वह संकट की घड़ी में किसी भी तरीके से सम्मानजनक समझौते के जरिये यूरोपीय यूनियन (ईयू) छोड़ना चाहती हैं।
तीसरे मतदान से पहले टेरीजा ने अपनी कंजरवेटिव पार्टी की बैठक में मसौदा पारित होने के बाद इस्तीफा देने तक की पेशकश की थी लेकिन पार्टी के असंतोष को वह काबू नहीं कर सकीं।